ज्योतिषी
भूलकर भी नहीं धारण करना चाहिए ये रत्न, वरना हो सकता है आपका जीवन बर्बाद!
Paliwalwaniज्योतिष शास्त्र में रत्नों का महत्व किसी से छिपा नहीं है। लोग अपनी जन्म कुंडली में ग्रहों की स्थिति को ठीक करने के लिए रत्न धारण करते हैं। नीलम, मूंगा, मोती, हीरा , पन्ना, माणिक, पुखराज आदि रत्नों का संबंध निस्संदेह किसी न किसी ग्रह से होता है।
वैसे तो आमतौर पर लोग इन रत्नों को रत्न ज्योतिषियों की सलाह से ही पहनते हैं, लेकिन कई लोग इन रत्नों को बिना किसी जानकारी के या इधर-उधर से अधूरी जानकारी हासिल करके संयोजन में भी पहनते हैं। इससे उन पत्थरों का नकारात्मक प्रभाव उन लोगों के लिए परेशानी का कारण बन जाता है।
इसलिए आज हम रत्न से जुड़ी कुछ ऐसी ही जानकारी प्रदान करने जा रहे हैं, जिसके अनुसार दो या दो से अधिक रत्न एक साथ धारण करने से लोगों को मानसिक, आर्थिक और शारीरिक समस्याओं का सामना करना पड़ सकता है।
मोती के साथ इन रत्नों को कभी न पहनें
आपको अपने आस-पास कई ऐसे लोग मिल सकते हैं जो मोतियों के साथ-साथ कई रत्न धारण करते हैं। ये लोग बिना किसी ज्योतिषी की सलाह लिए ऐसे काम करते हैं, जिसके परिणाम स्वरूप उन्हें जीवन में संघर्ष और चुनौतियों का सामना करना पड़ता है। मोती चंद्रमा का प्रतिबिंब है। इसके कारण हीरा, पन्ना, नीलम, लहसुन और गोमेद को मोती के साथ धारण करने से जन्म कुंडली में चंद्रमा का बुरा प्रभाव शुरू हो जाता है, जिससे व्यक्ति को मानसिक समस्याओं का सामना करना पड़ता है।
इन रत्नों को कभी भी पन्ना के साथ न पहनें
पन्ना रत्न शुक्र ग्रह से संबंधित है। इसे पुखराज, मूंगा और मोती के साथ पहनने से बचना चाहिए। इन रत्नों को पन्ना के साथ धारण करने से जन्म कुण्डली पर प्रतिकूल प्रभाव पड़ने लगता है। साथ ही यदि कोई व्यक्ति इन रत्नों को पन्ना के साथ धारण करता है तो उसकी आर्थिक स्थिति दिन-ब-दिन खराब होने लगती है।
लहसुनिया के साथ ये रत्न कभी न पहनें
ज्योतिष शास्त्र के अनुसार केतु का हर ग्रह से अच्छा संबंध नहीं होता है। इस रत्न का स्वामी केतु ग्रह है। ऐसी स्थिति में यदि आप मोती, मूंगा, माणिक्य या पुखराज को बिल्ली की आंख के साथ धारण करते हैं, तो आपको पारिवारिक और आर्थिक जीवन में भारी परेशानी और नुकसान का सामना करना पड़ सकता है। इसलिए अगर आप भी इन रत्नों को एक साथ धारण करने की सोच रहे हैं तो किसी अच्छे ज्योतिषी से सलाह अवश्य लें।
नीलम के साथ इन रत्नों को कभी न पहनें
शनि को शांत रखने के लिए लोग नीलम धारण करते हैं। नीलम का स्वामी शनि ग्रह है। यही कारण है कि सभी प्रकार के रत्न और नीलम को एक साथ नहीं धारण करना चाहिए। रत्न शास्त्र कहता है कि नीलम के साथ माणिक्य, मूंगा, पुखराज और मोती धारण करने से जन्म कुंडली में शनि दोष की स्थिति खराब हो सकती है। इससे जातक को जीवन में कई प्रकार की समस्याओं का सामना करना पड़ता है।