पश्चिम बंगाल : धार्मिक आस्था से कहीं ज्यादा जरूरी जीवन है... कलकत्ता हाई कोर्ट ने गंगासागर मेले मामले में सुनवाई करते हुए पश्चिम बंगाल सरकार से अपील की. बार ऐंड बेंच के अनुसार, कोर्ट ने गंगासागर मेले के लिए गंगा में डुबकी लगाने के बजाय ई-स्नान को प्रोत्साहित करने का आग्रह किया. गौरतलब है कि पश्चिम बंगाल सरकार ने एक जनहित याचिका की सुनवाई के दौरान गुरुवार को कोर्ट में कहा था कि वह मेले के आयोजन के पक्ष में है.
देश में जहां लगातार कोरोना संक्रमित मरीजों ने रिकार्ड बनाना शुरू कर दिया है. वहीं कई राज्यों में कोरोना देकर सतर्कता बरती जा रही हैं. लेकिन कोरोना काल में पश्चिम बंगाल में गंगा सागर मेले और यूपी के प्रयागराज में माघ मेले ने नई चिंता और फिक्र बढ़ा दी है. गंगा सागर मेले के लिए आए चार साधु तो कोरोना संक्रमित पाए गए हैं. इससे एक नया खतरा पैदा हो गया है. बता दे. कल हाई कोर्ट ने शर्तों के साथ गंगासागर मेले की इजाजत दी थी. पश्चिम बंगाल में गंगा सागर मेले में कल शाम तक कोरोना के जो 112 सैंपल लिए गए, उनमें 4 साधु पॉजिटिव पाए गए यानी कोरोना संक्रमित पाए गए हैं. अभी तो यहां लाखों श्रद्धालुओं के जुटने का अनुमान है. तब क्या हालात होंगे, कह नहीं सकते, लेकिन हैरानी की बात देखिए कि सीएम ममता बनर्जी एक तरफ मेले के आयोजन पर अड़ी रहीं--वहीं दूसरी तरफ कोरोनाकाल में डॉक्टरों की कमी का रोना भी रो रही हैं. ममता बनर्जी ने कहा ‘’कोविड जैसे आ रहा है. अगर एक अस्पताल में 75 डॉक्टरों को कोविड हो गया तो हम ट्रीटमेंट कैसे करेंगें.