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सावधान : क्या आप भी Google Chrome पर लॉगिन-पासवर्ड रखते हैं सेव?, तो ऐसा करने से बचे, इस तरह होते है अकाउंट हैक

अन्य ख़बरे Published by: Paliwalwani Updated Thu, 06 Jan 2022 12:41 PM
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अगर आप भी उन लोगों में से हैं जो अपना लॉगइन पासवर्ड Google Chrome या माइक्रोसॉफ्ट एज जैसे ब्राउजर पर सेव करते हैं तो आपको सावधान रहने की जरूरत है। कुछ आईटी शोधकर्ताओं ने इंटरनेट यूजर्स, खासकर वर्क फ्रॉम होम करने वाले कर्मचारियों को चेतावनी जारी करते हुए कहा है कि ब्राउजर में सेव किए गए उनके लॉगिन-पासवर्ड को हैक किया जा सकता है। हाल ही में एक कंपनी का डेटा सिक्योरिटी ब्रीच के चलते लीक हुआ है।

सुरक्षा विशेषज्ञ के मुताबिक, इस कंपनी में काम करने वाला कर्मचारी घर से काम करता था। वह काम करने के लिए एक उपकरण का इस्तेमाल कर रहा था, जिसका इस्तेमाल दूसरे लोग भी कर रहे थे। उन्हें इस बात की जानकारी नहीं थी कि डिवाइस में रेडलाइन स्टेलर नाम का मालवेयर छिपा हुआ है। मैलवेयर कथित तौर पर कंपनी के वीपीएन तक पहुंचने के लिए संवेदनशील खाता विवरण और पासवर्ड चुराता है। इसके बाद हैकर्स इस डेटा का इस्तेमाल कंपनियों के निजी डेटा की जासूसी करने के लिए करते हैं।

एंटीवायरस भी काम नहीं करेगा

सबसे खतरनाक बात यह है कि भले ही आपने एंटीवायरस सॉफ़्टवेयर स्थापित किया हो, फिर भी यह मैलवेयर कंप्यूटर या लैपटॉप में प्रवेश करेगा। मैलवेयर भले ही खाता ब्राउज़र में क्रेडेंशियल्स को सहेजना बहुत सुविधाजनक है, लेकिन अगर यह मैलवेयर आपके लैपटॉप में घुस जाता है, तो खाता क्रेडेंशियल जोखिम में रहेगा।

आप कैसे बचते हैं?

> इस तरह की समस्या से बचने के लिए आम यूजर्स को इस बात का ध्यान रखना चाहिए कि वे हमेशा ऑफिशियल एप्स का ही इस्तेमाल करें।
> उन्हें अपने आधिकारिक काम के लिए ऐसी किसी भी डिवाइस का इस्तेमाल नहीं करना चाहिए, जिसका इस्तेमाल दूसरे लोग भी कर रहे हों.
> कई बार Play Store पर ऐसे ऐप्स भी मिल जाते हैं, जिनमें मैलवेयर छिपा होता है।
> ऐप डाउनलोड करने से पहले यूजर्स को अतिरिक्त सावधानी बरतनी चाहिए और बैकग्राउंड चेक करना चाहिए।

 

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