20 मार्च को ने देश में संगठित क्षेत्र के रोजगार आंकड़ों को जारी किया। ईपीएफओ के अनुसार जनवरी 2022 में कुल 8,64,159 नए सदस्य जुड़े हैं जो पिछले तीन महीने में सबसे कम है। यदि पिछले से तुलना करें तो जनवरी में एक लाख करीब नए सदस्य कम जुड़े हैं। दिसंबर 2021 में ईपीएफओ से करीब 9,64,031 नए सदस्य जुड़े थें, जबकि नवंबर 2021 में यह संख्या करीब 8,88,661 थी। अक्टूबर 2021 में करीब 8,88,661 नए सदस्य ईपीएफओ से जुड़े थें। सितंबर 2021 में 9,82,467, अगस्त 2021 में 10,01,651, जुलाई 2021 में 9,92,265 और जून 2021 में 8,89,276 सदस्य जुड़े थें।
रविवार 20 मार्च को ईपीएफओ की तरफ से ट्वीट किया जिसमे कहा गया कि जनवरी 2022 में शुद्ध आधार पर 15.29 लाख सदस्य जुड़े हैं जिसमे करीब 8.64 लाख नए सदस्य जुड़े। मासिक आधार पर पिछले साल दिसंबर की तुलना में ईपीएफओ से जनवरी में 2.69 लाख सदस्य जुड़े हैं।
नए पेरोल में गिरावट: ईपीएफओ के डाटा के अनुसार जनवरी में 18-25 साल के बीच के 4,82,277 सदस्य जुड़े हैं जो पिछले महीने की तुलना में 52,500 कम है। दिसंबर 2021 में इस आयु वर्ग के 5,35,195 के सदस्य जुड़े थें और नवंबर में यह आंकड़ा 5,03,968 था। इसके अलावा जनवरी में 29-35 साल के आयु वर्ग के करीब 3.23 लाख सदस्य ईपीएफओ से जुड़े।
ये राज्यों में सबसे अधिक सदस्य जुड़े: ईपीएफओ के आंकड़ों का विश्लेषण के मुताबिक महाराष्ट्र, हरियाणा गुजरात, तमिलनाडु और कर्नाटक में मिलाकर 9.33 लाख सदस्य जुड़े हैं जो कुल जुड़े सदस्यों का लगभग 61 फीसदी है। वहीं लिंग के हिसाब से विश्लेषण करने पर पता चलता है कि जनवरी में लगभग 3.20 महिलाएं ईपीएफओ से जुड़ी है। जो कुल सदस्यों का करीब 21 फीसदी है।
इंडस्ट्री पेरोल डाटा इंगित करता है कि ‘विशेषज्ञ सेवाएं’ श्रेणी में जनवरी के दौरान कुल सदस्य वृद्धि 39.95 प्रतिशत देखी गई है। इसके अलावा, निर्माण और व्यापारिक क्षेत्रों में शुद्ध पेरोल में बढ़त देखी गई है।