महाराष्ट्र/अमरावती : अमरावती के डीसीपी उमेश साल्वी ने कहा उमेश कोल्हे की हत्या नूपुर शर्मा की पोस्ट वायरल होने के कारण हुई थी। पुलिस ने इस मामले के सभी 6 आरोपियों को अरेस्ट कर लिया है। उदयपुर में जिस तरह से टेलर कन्हैयालाल की बर्बरता से हत्या हुई है, ठीक उसी तरह की वारदात 21 जून 2022 को उदयपुर से 740 किलोमीटर दूर महाराष्ट्र के अमरावती में भी हुई थी। यह दावा स्थानीय भाजपा नेताओं की ओर से किया जा रहा है कि अमरावती में उमेश कोल्हे नाम के दवा व्यापारी ने फेसबुक पर निलंबित भाजपा नेता नूपुर शर्मा के समर्थन में एक पोस्ट लिखी थी, जिसके स्क्रीनशॉट को कुछ अन्य संदिग्ध ग्रुप में वायरल कर दिया गया।
पुलिस सूत्रों के मुताबिक, एक आरोपी ने पूछताछ में बताया है कि उसे एक NGO संचालक ने उमेश को मारने के लिए कहा था। उमेश को मारने के लिए दो टीमें लगाई गई थीं। एक टीम को फोन करके उमेश के कॉलेज के पास पहुंचने की पुष्टि की गई और फिर उन पर हमला हुआ। स्थानीय पुलिस के मुताबिक, यहां बीच सड़क पर मेडिकल शॉप के संचालक उमेश प्रहलाद कोल्हे (54) को गर्दन पर चाकू से वार कर तीन लोगों ने मौत के घाट उतार दिया। मामले की जांच कर रहे सिटी कोतवाली पुलिस स्टेशन के अधिकारी अर्जन ठोसरे ने बताया कि यह वारदात मंगलवार 21 जून की रात 10 बजे हुई थी।
इसके बाद उनकी हत्या कर दी गई थी। अब इस घटना से जुड़े दो सीसीटीवी फुटेज भी जारी हुए हैं, जिससे वारदात वाली रात उमेश के पीछे दो आरोपी जाते दिख रहे हैं।सूत्रों के मुताबिक, महाराष्ट्र ATS इस मामले की जांच आतंकी एंगल से कर रही थी, जिसे केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने राष्ट्रीय जांच एजेंसी (NIA) को सौंपने का निर्देश दिया है। जांच के लिए NIA की टीम अमरावती पहुंच गई है। वहीं सांसद नवनीत राणा ने इस मुद्दे पर गृहमंत्री अमित शाह को पत्र लिख महाराष्ट्र पुलिस पर लापरवाही का आरोप लगाया है।
उमेश के बेटे संकेत ने बताया, यह घटना जब हुई तो मैं पिता से 15 मीटर की दूरी पर अपनी पत्नी के साथ था। वे तीन लोग थे, अचानक बाइक से उतरे और पिताजी के गले के नीचे हमला कर दिया। वे और प्रहार करना चाहते थे, लेकिन मैं नजदीक था और उन्हें बचाने के लिए दौड़ा, मुझे वहां आता देख आरोपी बाइक पर बैठकर भाग गए।'