मध्यप्रदेश. राशन कार्ड एक ऐसा डॉक्यूमेंट है जिसकी मदद से गरीबों को सस्ते में राशन उपलब्ध कराया जाता है. लेकिन कई बार कुछ लोग इसका गलत इस्तेमाल कर लेते हैं. सरकार द्वारा राशन तो गरीबों को बांटने के लिए दिया जाता है लेकिन भ्रष्टाचारी लोग अधिक दामों में यह राशन बेच देते हैं. जिससे गरीब लोगों के पास यह पहुंच नहीं पाता है. ऐसी घटनाओं पर लगाम लगाने के लिए मध्य प्रदेश सरकार की ओर से एक सुविधा शुरू की गई है.
दरअसल, राशन मिलने की जानकारी अब लोगों के पास एसएमएस के जरिए पहुंच जाया करेगी. इसके लिए राशन कार्ड में दर्ज परिवार के सदस्यों में से किसी एक सदस्य का मोबाइल नंबर का रजिस्ट्रेशन कराना होगा. इसके बाद जैसे ही राशन कार्ड धारक अपना राशन ले लेगा तो उसके मोबाइल फोन पर एसएमएस के जरिए जानकारी मिलेगी कि उसके खाते का राशन उसे मिल चुका है. ऐसे में राशन पर होने वाली कालाबाजारी पर रोक लगाई जा सकती है. सरकार ने यह सुविधा पहले शुरू की थी, अगर आप इसके बारे में विस्तार में जानकारी हासिल करना चाहते हैं तो आपको मध्य प्रदेश सरकार के ऑफिश्यली वेबसाइट पर जाना होगा.
राशन कार्ड के लिए आप अपने राज्य के फूड पोर्टल पर जाकर ऑनलाइन आवेदन कर सकते हैं. जैसे यदि आप उत्तर प्रदेश में रहते हैं तो आपको https://fcs.up.gov.in/FoodPortal.aspx वेबसाइट पर जाने की जरूरत है. यहां से आपको कार्ड का फॉर्म डाउनलोड करना होगा. राशन कार्ड बनवाने के लिए आपको आधार कार्ड, वोटर कार्ड, ड्राइविंग लाइसेंस या कोई आईडी देने की आवश्यकता है. आवेदन करने के बाद आपको 5 से 45 रुपये तक फीस जमा करनी होगी. फॉर्म सबमिट होने के बाद इसे फील्ड वेरिफिकेशन के लिए भेजा जाता है. वेरिफिकेशन 30 दिनों के अंदर पूरी होती है. जांच सही पाए जाने पर 30 दिन के अंदर राशन कार्ड जारी हो जाता है