इंदौर :
घेराव के दौरान नेता प्रतिपक्ष चिंटू चौकसे ने घोषणा की थी कि महापौर को नगर निगम के अंदर घुसने नहीं दिया जाएगा। इसके पहले ही भारी पुलिस बल नगर निगम के मुख्य द्वार पर लगा दिया गया था। जैसे ही कांग्रेसियों की भीड़ निगम के गेट पर पहुंची तो उन्हें रोकने की कोशिश की गई, लेकिन वह नहीं रुके। नारेबाजी करते कांग्रेसियों को वाटर कैनन चलाकर रोकने का प्रयास किया गया, जिससे अफरा तफरी मच गई।
इसमें 10 से अधिक कांग्रेसियों के घायल होने की जानकारी सामने आई है। युवक कांग्रेस अध्यक्ष रमीज खान को आंख के पास चोट आई है तो अमन बजाज के चेहरे पर भी चोट आई है। वहीं राजा चौकसे बैरिकेट्स से नीचे गिर गए, जिससे उनका पैर सूज गया। प्रदेश कांग्रेस सचिव राजेश चौकसे ने बताया कि नगर निगम जनता की समस्या सुनना नहीं चाहता है। उल्टा उनकी समस्या लेकर गए कांग्रेसियों और जनप्रतिनिधियों को रोका गया। हालांकि प्रदर्शन 1 घंटे में ही निपट गया और कांग्रेसी वापस लौट गए। जो कांग्रेसी घायल हुए हैं उन्हें अस्पताल ले जाया गया है।
कांग्रेस द्वारा संपत्ति कर शुल्क में की गई वृद्धि और नलों में गंदा पानी आने तथा पर्याप्त पानी नहीं आने सहित कई समस्याओं को लेकर आज नगर निगम का घेराव किया था। घेराव में विधायक जीतू पटवारी, संजय शुक्ला, जिला अध्यक्ष सदाशिव यादव, विनय बाकलीवाल, कृपाशंकर शुक्ला, सुरजीत सिंह चड्ढा, पिंटू जोशी, सुरेश मिंडा सहित कई नेता मौजूद थे।
महापौर पुष्यमित्र भार्गव ने आज कांग्रेस द्वारा किए गए प्रदर्शन को कुटिल राजनीति का उदाहरण बताया और कहा कि हम सोलर और डिजिटल की ओर आगे बढ़ रहे हैं। ऐसे में कांग्रेस की कुटिल राजनीति साधने की दृष्टि से दिखावे का प्रदर्शन कहीं ना कहीं इंदौर की गरिमा और संस्कृति के खिलाफ है। भार्गव ने कहा कि जिस प्रकार से कांग्रेस के नेता और पार्षद पति खुलेआम नगर निगम में कर्मचारियों को धमका रहे हैं वह कहीं से भी इंदौर के संस्कार और राजनीति को प्रदर्शित नहीं करता है इस प्रकार के कृत्य इंदौर के संस्कार के विपरीत है।
?✍️