इंदौर.
इंदौर दौरे के दौरान केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने पितृ पर्वत जाकर हनुमान जी की पूजा-अर्चना की. दर्शन के बाद उन्होंने 'एक पेड़ मां के नाम' अभियान के तहत पौधारोपण किया. इस दौरान उनके साथ मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव, कैलाश विजयवर्गीय, सांसद शंकर लालवानी और अन्य स्थानीय नेता मौजूद थे.
इंदौर के पितरेश्वर हनुमान मंदिर में दर्शन पूजन के साथ पौध-रोपण अभियान को आगे बढ़ाते हुए केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह ने कहा कि पर्यावरण संरक्षण के लिए एवं अपनी धरती माता को हरा-भरा रखने के लिए एक पेड़ अवश्य लगाएं और इनकी रक्षा का संकल्प भी लें.
केंद्रीय गृह मंत्री शाह और मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने रविवार को इंदौर के पितरेश्वर हनुमान मंदिर में दर्शन-पूजन किया. इस दौरान उन्होंने पितृ-पर्वत पर “एक पेड़ मां के नाम” अभियान के तहत पौध-रोपण कर पर्यावरण संरक्षण का संदेश भी दिया. उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के आह्वान पर पर्यावरण संरक्षण के लिये प्रारंभ किया यह अभियान धरती की रक्षा और जीवन की रक्षा करने के लिए समर्पित है.
“एक पेड़ मां के नाम” अभियान के अन्तर्गत केन्द्रीय गृह एवं सहकारिता मंत्री अमित शाह और मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने इंदौर के पितरेश्वर हनुमान धाम में पौध-रोपण किया. इसके पहले उन्होंने हनुमान धाम मंदिर में पूजा अर्चना कर देश एवं प्रदेश की सुख समृद्धि के लिये प्रार्थना की. नगरीय विकास एवं आवास मंत्री कैलाश विजयवर्गीय एवं उत्तरप्रदेश के विधान परिषद सदस्य डॉ. महेन्द्र सिंह ने भी पौध-रोपण किया.
“एक पेड़ मां के नाम” अभियान के अन्तर्गत केन्द्रीय गृह मंत्री शाह ने अपनी माताजी कुसुमबेन शाह की स्मृति में पीपल का पेड़ लगाया. मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने अपनी माताजी लीला पूनमचंद यादव की स्मृति में एवं नगरीय विकास एवं आवास मंत्री कैलाश विजयवर्गीय ने अपनी माताजी अयोध्यादेवी विजयवर्गीय की स्मृति में बरगद का पौधा लगाया. पौध-रोपण के साथ ही उन्होंने आमजन से आह्वान किया कि पर्यावरण संरक्षण के लिये एवं अपनी धरती माता को हरा-भरा रखने के लिये एक पेड़ अवश्य लगाएं और इनकी रक्षा का संकल्प भी लें.
इस अवसर पर केन्द्रीय महिला एवं बाल विकास राज्यमंत्री सावित्री ठाकुर, स्थानीय सांसद शंकर लालवानी, राज्यसभा सदस्य कविता पाटीदार, विधायक रमेश मेंदोला, मधु वर्मा, महेन्द्र हार्डिया, गोलू शुक्ला सहित अन्य जनप्रतिनिधि एवं अधिकारी उपस्थित रहे.