जबलपुर :
यहां बताते चलें कि संजीवनी नगर थाना क्षेत्र के अंतर्गत मड़फैया में बिल्डर प्रियांश विश्वकर्मा द्वारा एमबीए की छात्रा वेदिका ठाकुर पर चलाई गई गोली निकाली नहीं जा सकी है. पिछले दो दिनों से छात्रा की हालत नाजुक होती जा रही थी. घायल छात्रा के मल्टी आर्गन फेल हो चुके थे, जिसके चलते मेट्रो अस्पताल में इलाजरत छात्रा जीवन व मृत्यु के बीच संघर्ष कर रही थी.
वेदिका के इलाज में जुटे डॉ. शैलेंद्र राजपूत के मुताबिक गोली छात्रा के दाहिने फेफड़े और पसली को चीर कर लिवर को चोट करते हुए पित्त की थैली एवं खाने की थैली के निचले भाग में पेंक्रियास और छोटी आंत को चोट करते हुए रीढ़ की हड्डी के बाईं ओर टकराकर फंस गई थी. जिसकी वजह से वेदिका के कमर के नीचे के भाग ने काम करना बंद कर दिया था.
शरीर के कई अंगों में चोट लगने की वजह से छाती और पेट में इन्फेक्शन फैल गया था. दो दिन से शरीर के महत्वपूर्ण अंग किडनी, लिवर, फेफड़ा एवं मस्तिष्क ने काम करना बंद कर दिया. उसे वेंटिलेटर सपोर्ट पर रखा गया था. मल्टी आर्गन फेलियर की वजह से वेदिका बेहोशी की स्थिति में थी और आज सोमवार को उसने दम तोड़ दिया.
आरोपी प्रयास विश्वकर्मा सोशल मीडिया में खुद को बीजेपी का कार्यकर्ता बताता रहा है. वहीं भारतीय जनता पार्टी के नगर अध्यक्ष प्रभात साहू ने एक विज्ञप्ति जारी कर साफ किया कि प्रियांश ना तो पार्टी का पदाधिकारी है और ना ही वह प्राथमिक सदस्य है. हालांकि, सोशल मीडिया पर प्रियांश विश्वकर्मा ने बीजेपी के तमाम आला नेताओं के साथ फोटो और वीडियो अपलोड किए हैं.