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Amet news : महाकालेश्वर मंदिर में सात दिवसीय भागवत कथा के आयोजन का हुआ समापन

आमेट Published by: M. Ajnabee, Kishan paliwal Updated Wed, 15 May 2024 12:48 AM
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आमेट. नगर के महाकालेश्वर मंदिर नगर पालिका गार्डन में आयोजित सप्त दिवसीय भागवत कथा के सातवे अतिंम दिन शनिवार को साय 7.00 बजे से रात्री 10.00 बजे तक आयोजित हुई. कथा मे वाचक पंडित कन्हैयालाल शर्मा ने भागवत कथा को आगे बढाते हुए कथा सम्वक ने सुदामा का प्रसंग सुनाते हुए कहा कि श्री कृष्ण के सखा सुदामा अपना जीवन गरीबी में व्यतीत कर रह थे.

दक्षिणा में जो कुछ भी मिल जाता उससे उनका परिवार का भरण पोषण भी नहीं होता था. बच्चों को आधे समय भूखा रहा पड़ता. फिर भी सुदामा ने श्रीकृष्ण की भक्ति को नहीं छोड़ा जो भी दक्षिणा में मिलता उसे भगवान को भोग लगाकर प्रसाद के रूप में ग्रहण करते. उनकी पत्नी ने एक दिन सुदामा की श्री कृष्ण के पास जाकर के कुछ लाने की प्रार्थना की.

सुदामा कृष्ण के पास गये. जब श्री कृष्ण क सुदामा के आने की सूचना मिली तो वे नंगे पांव दोडकर सुदामा के गले मिले. इस मिलन का वर्णन पंडित जी ने बड़े मार्मिक रूप से वर्णन किया. कृष्ण सुदामा की मिलन की एक झांकी प्रस्तुत की गई. महाराज ने बताया कि यदि सभी धनी पुरुष एक-एक गरीब को श्री कृष्ण की तरह गले लगा ले तो इस देश की तस्वीर ही बदल जाएगी.

सुदामा से कृष्ण ने चावल की पोटली जो सुदामा की पत्नी ने दी. वह ले ली और उसे खाने लगे तीन मुठी चावल खाते ही रुकमणी ने भगवान श्री कृष्ण का हाथ पकड़ लिया और कहा कि क्या सब कुछ सुदामा को दे दोगे कुछ तो अपने लिए भी रखो सुदामा को विदा किया, तो भी कृष्ण ने शाही कपड़े भी वापस ले लिए. जब सुदामा अपने घर पहुंचे तो एक महल बना हुआ देखकर चौंक गए और मन ही मन में कृष्ण को धन्यवाद देने लगे. इस प्रकार पांडाल में उपस्थित सभी श्रोताओं को कृष्ण एवं सुदामा की मार्मिक वृतांत सुनकर सभी श्रोता भावुक को गए. क्योंकि प्रेम के बीच में गरीबी एवं अमीरी की दीवार नहीं बनना चाहिए.

कथा केअंत में भागवत भगवान की सामूहिक आरती की जाती है एवं प्रसाद वितरण कर कथा का समापन किया जाता है. रविवार प्रातः कथा के सभी प्रमुख यजमानों द्वारा पूर्णाहुति के लिए मंत्र उपचार के साथ यज्ञ किया गया. यज्ञ में सभी ने जोडो के साथ बैढ़ कर आहुतिया दी. यज्ञ मे भगत सिंह राठौड़, जीत कंवर, पृथ्वीराज सेन, मंजू देवी अनिल मेवाड़ा, रेखा मेवाड़ा, लक्ष्मण सिंह, कैलाश कंवर, जगदीश प्रसाद तिवारी, ममता देवी, जसवंत सिंह, दरिया कंवर, शांतिलाल, लीला देवी, जितेंद्र सिंह, पंवार ,जयाकंवर, गब्बर सिंह राठौड़, सूरज सिंह राठौड़, गंभीर सिंह राठौड़, विजय शर्मा, भोपाल टेलर, जमुना देवी, मधु शर्मा सहित कई लोगों ने यज्ञ में भाग लेकर पूर्णाहुति दी. कॉलोनी एव नगर के कई महिला पुरुष ने भाग लिया. अंत में सात दिवसीय भागवत  कथा का समापन हुआ एवं महा प्रसादी का आयोजन किया गया.

● M. Ajnabee. Kishan paliwal

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