आमेट. वीरपत्ता की पावन भूमि आमेट के जैन स्थानक मे विराजित साध्वी चन्दन बाला ने कहा कि जैन धर्म के उपवासों में किसी भी तरह का फल या फलारस भी निषेध होता है। विशेष परिस्थितियों में सिर्फ उबाल कर थारा हुआ या धोवन पानी सूर्योदय के बाद से सूर्यास्त पूर्व तक लिया जा सकता है।
इस प्रकार का उपवास तिविहार उपवास कहलाता है। चौविहार उपवास में तो पानी का भी निषेध होता है। उपवास वाले दिन से पहले वाली रात्रि से ही भोजन का त्याग शुरू हो जाता है ! जो अगले दिन भर और रात भर जारी रहता है। अठई आठ दिनों के लिए रखा जाने वाला उपवास है।
प्रोषधोपवास में पर्व के दिनों चारों प्रकार के आहार का त्याग कर करके धर्म ध्यान में दिन व्यतीत करना होता है। इसमें हिंसा त्याग शामिल है। एक बार भोजन प्रोषध और सर्वथा भोजन त्याग उपवास कहलाता है। इसे श्रावकों के चार शिक्षाव्रतों में से एक माना गया है।
इस अवसर पर साध्वी आनन्द प्रभा ने कहा कि जैन धर्म के अनुसार व्रत-उपवास समस्त पापनाशी,अनेक पुण्य, मोक्ष और स्वर्ग के कारण हैं। इन व्रत-उपवासों में भोजन के त्याग के साथ-साथ असत्य व हिंसा त्याग,ब्रह्मचर्य, प्रात:काल एवं सायंकाल सामायिक,कार्योत्सर्ग, स्वाघ्याय और धर्म-ध्यान को भी महत्वपूर्ण माना गया है।
मिडिया प्रभारी प्रकाश चंद्र बड़ोला एवं मुकेश सिरोया ने बताया कि विशाल रक्तदान शिविर दि. 31 अगस्त 2024 को आमेट के महावीर भवन मे मेवाड़ भास्कर उपप्रवर्तक मेवाड़ युवा शिरोमणि पूज्य गुरूदेव श्री कोमल मुनि म.सा. 'करूणाकर' के 44 वें अवतरण दिवस के शुभ अवसर पर श्री गुरु अम्बेश सौभाग्य युवा मंडल संस्था द्वारा एक रक्तदान शिविर का आयोजन किया जा रहा है।
दक्षिण तप विजेश्वर छत्तीसगढ़ शिरोमणि तपराज राजेश्वरी गुरुमाता श्री जयमाला म.सा. "जीजी" स्पष्ट वक्ता साध्वी रत्ना श्री आनंद प्रभा म. सा. "आशा" प्रवचन प्रभावीका साध्वी रत्ना श्री चंदनबाला म.सा. चंचल प्रखर वक्ता जप साधिका साध्वी रत्ना श्री डॉक्टर चंद्रप्रभा म.सा."चंद्रिका "विद्या अभिलाषी अध्ययनशीला साध्वी रत्ना श्री विनीत रुपप्रज्ञा म.सा." नवरंग "सेवाभावी साध्वी रत्ना श्री सुरभि म. सा."मंजू" आदि ठाणा 6 के सानिध्य मे अम्बेश नवयुवक मंडल आमेट के तत्वावधान में श्रीमान स्वर्गीय सोहनलाल धर्मपत्नी श्रीमती स्वर्गीय कंचन देवी सूर्या की पुण्य स्मृति दिवस पर सुरेंद्र कुमार,सुशील कुमार सूर्या परिवार आमेट के आर्थिक सौजन्य से 31-अगस्त-2024 को रक्तदान शिविर का आयोजन किया जा रहा है।
इस धर्म सभा मे भीम से चाँदमल दक एवं प्रकाश चंद्र जैन भी पधारे श्री संघ ने आप का शाल-माला से स्वागत सत्कार किया। धर्म सभा का संचालन पारसमल बाबेल ने किया।
M. Ajnabee, Kishan paliwal