महाराष्ट्र
Nawab Malik VS Sameer Wankhede: नवाब मलिक को समीर वानखेड़े ने दिया जवाब
Paliwalwaniमहाराष्ट्र के केबिनेट मंत्री नवाब मलिक को जवाब देते हुए नारकोटिक्स कंट्रोल ब्यूरो के अधिकारी समीर वानखेड़े ने अपने परिवार का कास्ट सर्टिफिकेट भेजा है। वानखेड़े द्वारा भेजे गए जाति प्रमाण पत्र में उनके पिता का नाम ज्ञानदेव लिखा है। उनके द्वारा भेजे गए दस्तावेज में स्पष्ट रूप से दिखाई पड़ रहा है कि वे दलित समाज से ताल्लुक रखते हैं और उनकी जाति महार है जो शेड्यूल कास्ट यानी दलित समाज में आती है।
नवाब मलिक ने लगाया था आरोप
नवाब मलिक ने समीर वानखेडे और उनके परिवार पर यह आरोप लगाया था कि उन्होंने मुस्लिम होते हुए दलित होने का प्रमाण पत्र बनवाया और उसकी बदौलत सरकारी नौकरी हासिल की मलिक के इसी आरोप पर समीर वानखेडे ने यह दस्तावेज पेश किए हैं।
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पति के सपोर्ट में उतरी क्रांति
वहीं समीर वानखेड़े की पत्नी क्रांति रेडेकर ने कहा है कि ऐसे खत बेबुनियाद हैं। जिनका जिक्र नवाब मलिक कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि सभी केस झूठे हैं। अगर नवाब मलिक के पास में कोई भी प्रूफ होगा तो वह अदालत जा सकते हैं। सिर्फ ट्वीट करने से कुछ भी साबित नहीं होता।
उन्होंने कहा कि नवाब मलिक की रिसर्च टीम को और फॉरेंसिक टीम को समीर वानखेडे के जाति प्रमाण पत्र टेस्ट करवा लेने चाहिए। उन्होंने यह भी कहा कि हम कोर्ट में क्यों जाएं आरोप वह हम पर लगा रहे हैं तो कोर्ट उन्हें जाना चाहिए। जब पानी गले के ऊपर पहुंच जाएगा तो हम जरूर कोर्ट जाएंगे। उन्होंने कहा कि समीर वानखेडे के काम करने के तरीके से कुछ लोगों को तकलीफ होती होगी इसीलिए वे इस तरह का आरोप कर रहे हैं।
मलिक की चुनौती
नवाब मलिक ने समीर वानखेड़े के पिता कचरुजी वानखेड़े उर्फ़ दाऊद वानखेड़े को खुली चुनौती देते हुए कहा है कि अगर उन्हें यह लगता है कि मेरे द्वारा लगाये गए आरोप गलत हैं तो वे और उनका परिवार मेरे खिलाफ मुकदमा दायर करे। वानखेड़े परिवार को वकील की फीस भी नहीं देनी होगी क्योंकि खुद उनके घर में उनकी बेटी वकील हैं। मैं अदालत में भी उनके खिलाफ सबूत दूंगा। मैं दाऊद वानखेड़े को चुनौती देता हूँ कि सेक्शन 499 और 500 के तहत मुझपर कार्रवाई करें।
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वसूली के लिए अलग टीम
नवाब मलिक ने प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान यह भी कहा कि उन्हें एक पत्र नारकोटिक्स कंट्रोल ब्यूरो के ही एक अधिकारी द्वारा भेजा गया है। नाम न बताने की शर्त पर उन्होंने पत्र में कई अहम बातें समीर वानखेड़े के खिलाफ बताई हैं। जिसमें से एक बात यह भी है की समीर वानखेड़े वसूली के कारोबार में जुड़े हुए हैं।
अगर किसी आरोपी को ड्रग्स के मामले में गिरफ्तार किया जाता है। तो उसकी जमानत जल्दी ना हो इसलिए गलत तरीके से उसके पास ड्रग्स की मात्रा को ज्यादा बढ़ाया जाता है। पैसे वसूलने के लिए समीर वानखेड़े के पास अलग से एक टीम है। जो सिर्फ इसी चीज पर काम करती है कि कैसे बॉलीवुड और पैसे वाले लोगों से एक्सटॉर्शन किया जाए।
नौकरी हासिल करने फर्जी सर्टिफिकेट लगाया
नवाब मलिक ने सीधे तौर पर समीर वानखेड़े और उनके पिता कचरूजी वानखेड़े के ऊपर यह आरोप लगाया है कि नौकरी हासिल करने के लिए उन्होंने इस फर्जी सर्टिफिकेट के जरिए नौकरी हासिल की है। आने वाले दिनों में उनके पिता की भी जांच की जाएगी। उनकी तनख्वाह जो अब तक उन्होंने हासिल की है उसे वापस लिया जाएगा। इसके अलावा जो पेंशन उन्हें दी जा रही है उसे बंद किया जाएगा।
नवाब मलिक ने यह भी आरोप लगाया है कि जो लेटर उन्होंने पेश किया है। उसमें 26 मामलों का जिक्र है, इन 26 मामलों में नारकोटिक्स कंट्रोल ब्यूरो की तरफ से की गई वसूली का भी जिक्र है। नवाब मलिक के अनुमान से यह वसूली तकरीबन हजार करोड़ रुपए की हो सकती है।