इंदौर
कैलाश विजयवर्गीय ने एक बार फिर कांग्रेस को लिया आड़े हाथों : कांग्रेस को वोट देना यानी पाकिस्तान का समर्थन करना
Paliwalwaniइंदौर :
विधानसभा एक के बीजेपी प्रत्याशी कैलाश विजयवर्गीय ने एक बार फिर कांग्रेस को लिया आड़े हाथों, विजयवर्गीय ने कहा सोनिया जी ने तो कोर्ट में एफिडेविट दिया था राम नाम का तो कोई व्यक्ति नहीं था यह तो काल्पनिक है. रामचरितमानस उपन्यास है, अभी घमंडियों का एक गठबंधन बना उनके एक पार्टनर ने जो तमिलनाडु के उपमुख्यमंत्री है. उनके बेटे स्टालिन ने सनातन धर्म को समाप्त कर देना चाहिए. कहा हमने सोचा था कांग्रेस इसका विरोध करें.
कांग्रेस के अध्यक्ष खड़गे जी के बेटे ने उनका समर्थन कर दिया. बिहार के शिक्षा मंत्री ने उनका समर्थन कर दिया. इस प्रकार रामचरित्रमानस का कांग्रेस ने हमेशा अपमान किया है. इसलिए हमने सोचना है, कांग्रेस क्या कर रही है. सनातन धर्म को समाप्त इस देश से की कोई कर सकता है. क्या किसी की मां ने दूध पिलाया है. हमारी माताओ ने हरतालिका तीज का त्योहार बनाया. हमने राजवाड़े पर हमारी माता भूखी प्यासी अपने पति की दीर्घायु के लिए उपवास रखती है. यह सनातन परंपरा है, क्या कोई इस परंपरा को समाप्त कर सकता है. कांग्रेस सनातन को समाप्त करने की बात करती है और मुझे मालूम है, यहां के कांग्रेस के उम्मीदवार है नाटक करते हैं. साड़ी बाटते है, कथा करवाते है, नाटक नाटक होता है. वास्तविकता वास्तविकता होती है.
पहला बहुत मुश्किल होता था काम करने आज कल बड़ा आसान हो गया है. सब लोग बढ़िया है, हमारे उससे पहेले वाली पीढ़ियां ने तो बहुत ख़राब समय देखा. उससे और पहले वाली पीड़ित ने मंदिर टूटते हुए देखा. सोमनाथ का मंदिर टूट गया. राम मंदिर टूट गया. कृष्ण मंदिर टूट गया. मुगलो का शासन हुआ करता था, हम भाग्यशाली है कि मोदीजी के शासन में मंदिर बनते हुए देख रहा है. महाकाल लोक बन रहा है. सब दूर मंदिर का निर्माण हो रह है.
भारत की अस्मिता को आगे बढ़ाने का काम मोदी जी के नेतृत्व में हो रहा है. इसलिए हम सब कार्यकर्ता घर घर जाकर बताना है. कांग्रेस को वोट देना मतलब पाकिस्तान का समर्थन करना, क्योंकि ये लोग सिर्फ़ वोट की राजनीति करते है. तुष्टीकरण के लिए विशेष वर्ग के लोगों को समर्थन करते हैं. हमारे साथ खड़े होके रामनाम बोल के नाटक करते हैं. हम राम नाम बोलकर पैदा हुए राम नाम बोलकर ही मरेंगे हम नौटंकी वाले लोग नही की कभी जनेव पहनलिया तो कभी टोपी पहनली हम राम के पट्ठे हैं. दुपट्टा डाल के चलते हैं, कोई डुप्लिकेट रोल नहीं है अपना.
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