दिल्ली
बीजेपी मुख्यालय पर चला दो बुलडोजर : डिप्टी सीएम मनीष सिसोदिया
Paliwalwaniदिल्ली : दिल्ली के उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया ने जहांगीरपुरी को लेकर कहा है कि, BJP ने अराजकता का माहौल बना रखा है. वह हर तरफ़ गुंडाई और लफंगाई का नाम बन गई है. अगर ये गुंडागर्दी और लफंगाई को बंद करना है तो इसका सरल तरीका है कि भाजपा के मुख्यालय में बुलडोज़र चला दो, लफंगों के मुख्यालयों में अपने आप बुलडोज़र चल जाएगा.
बैकग्राउंड : दिल्ली पुलिस की जांच तेजी
दिल्ली के जहांगीरपुरी में हुनमान जयंती के मौके पर हुई हिंसा में दिल्ली पुलिस की जांच तेजी से चल रही है. दिल्ली पुलिस अभी तक इस मामले में 23 लोगों को अरेस्ट कर चुकी है. यही नहीं सूत्रों के मुताबिक पुलिस को 30 फोन नंबर भी मिले हैं जो जहांगीरपुरी हिंसा का पूरा सच खोलेंगे. ये 30 फोन नंबर अंसार, सोनू और एक नाबालिग आरोपी से जुड़े हैं. क्राइम ब्रांच की टीम अंसार, असलम और सोनू के भी घटना वाले दिन की लोकेशन से लेकर कॉल डिटेल रिकॉर्ड को खंगालने में जुटी है.
घटना वाले दिन कई नाबालिग बच्चों को हथियार दिए
हिंसा में इस्तेमाल हुई पिस्टल को मुहैया कराने वाले गुलाम रसूल ऊर्फ गुल्ली ने पूछताछ में बताया है कि उसने घटना वाले दिन कई नाबालिग बच्चों को हथियार दिए थे. गोली चलाने वाले सोनू उर्फ चिकना उर्फ यूसुफ को गुल्ली ने ही 10 हजार रुपये में पिस्तौल दी थी. सूत्रों के मुताबिक, जहांगीरपुरी हिंसा से जुड़े वीडियो, फोटो, सीसीटीवी फुटेज और लोकल इनपुट के आधार में क्राइम ब्रांच ने करीब 300 उपद्रवियों की पहचान की है. उनकी गिरफ्तारी के लिए छापेमारी की जा रही है.
अवैध हथियार सप्लाई करने वाले को पकड़ा
वहीं इस मामले की जांच करते हुए दिल्ली पुलिस ने अवैध हथियार सप्लाई करने वाले एक शख्स को गिरफ्तार किया है. इसे एनकाउंटर के बाद गिरफ्तार किया गया है. पुलिस के मुताबिक, यह आरोपी 60 से ज्यादा मालो में शामिल है. इस पर जहांगीरपुरी हिंसा के लिए भी हथियार सप्लाई करने का शक है.
सुबह से ही हटाने लगे सामान
वहीं एमसडी आज इस इलाके में अवैध निर्माण गिराने की कार्रवाई करेगी. इसे लेकर इलाके में तनाव है. जहांगीरपुरी, कुशल सिनेमा चैराहे के सामने सीडी पार्क झुग्गी के बाहर अवैध कब्ज़ा है. एमसीडी इन्हें ही हटाएगी. सुबह लोगों को जैसे ही पता चला कि आज ये अवैध निर्माण हटाए जाएंगे तो अफरा-तफरी मच गई. सभी लोगों ने वहां से अपना सामान हटाना शुरू कर दिया है. लोगों का कहना है कि हमारी रोज़ी रोटी है, लेकिन मजबूरी में हमें यहां से सबकुछ हटाना पड़ रहा है.