दिल्ली

प्रधान मंत्री ‘सर’ की क्लास : पढ़ाई को लेकर बच्चों पर कभी दबाव नहीं बनाना चाहिए

Ayush Paliwal-Pulkit Purohit
प्रधान मंत्री ‘सर’ की क्लास : पढ़ाई को लेकर बच्चों पर कभी दबाव नहीं बनाना चाहिए
प्रधान मंत्री ‘सर’ की क्लास : पढ़ाई को लेकर बच्चों पर कभी दबाव नहीं बनाना चाहिए

दिल्ली । प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी ने कहा कि एग्जाम के लिए एक कसौटी शब्द है. जिसका मतलब खुद को कसना और तैयार करना है. एग्जाम एक तरह से जिंदगी जीने के लिए एक उत्तम अवसर की तरह है. प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि पढ़ाई का मंत्र देते हुए कहा कि कठिन चीज को पहले करना चाहिए. कठिन को हल करने के बाद सरल चीजे करना आसान हो जाएगा. पीएम मोदी ने अपना अनुभव साझा करते हुए कहा कि मैं खुद सुबह उठते ही कठिन चीजों से मुकाबला करने निकलता हूं.

पीएम मोदी ने अभिभावकों को संबोधित करते हुए कहा कि पढ़ाई को लेकर बच्चों पर कभी दबाव नहीं बनाना चाहिए. अगर बाहर का दबाव खत्म हो गया तो परीक्षा का दबाव कभी महसूस नहीं होगा. बच्चों को घर में तनाव मुक्त रहने चाहिए. इससे आत्मविश्वास बढ़ता है. खाली समय, इसको खाली मत समझिए, ये खजाना है, खजाना पीएम मोदी ने कहा कि बच्चों को सिखाने, बताने और संस्कार देने की जिम्मेदारी परिवार में सबकी होती है. लेकिन कुछ लोग अपने हिसाब से बच्चों को ढालने की कोशिश करते हैं. यानी अपने लक्ष्यों के आधार पर बच्चों पर दवाब बनाते हैं. जो बच्चे उसे पूरा नहीं कर पाते तो कहते हैं कि मोटिवेशन की कमी है. जबकि ऐसा करना ठीक नहीं हैं. इसके लिए प्रोपर ट्रेनिंग देने की आवश्यकता है. प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि बच्चों में कोई अच्छी आदत डालने के लिए उन्हें उसके फायदे बताने की जरूरत है. न कि उन पर दबाव बनाने की जरूरत है. पीएम ने कहा कि सपने देखना अच्छी बात है, लेकिन सपने को लेकर बैठे रहना ठीक नहीं है. सपनों को लेकर आगे बढ़ना और अपने सपनों को पाने का संकल्प लेना महत्वपूर्ण है. प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि जो लोग जीवन में बहुत सफल होते हैं, वो हर एक विषय में पारंगत नहीं होते लेकिन किसी एक विषय पर उनकी पकड़ अच्छी होती है. जैसे लता मंगेशकर की महारत संगीत में है, हो सकता है अन्य विषय में उन्हें अधिक जानकारी न हो. शिक्षकों को सलाह देते हुए कहा कि विद्यार्थियों से सिलेबस से बाहर की चीजों पर भी गाइड और प्रोत्साहित करें. कुछ बातें क्लास में सार्वजनिक तौर पर जरूर करें जिससे छात्रों का हौसला बढ़े. गलती होने पर डांटने की बजाय प्यार से समझाएं और सुधार करने की सलाह दी. छात्रों से कहा कि खाली समय को खाली मत समझिए ये आपके लिए खजाना है. खाली समय एक सौभाग्य है. यदि खाली समय ना मिले तो जिंदगी रोबोट जैसी हो जाती है. पीएम मोदी ने कहा कि यदि झूला झूलने का मन करे तो झूला झूलिए. मुझे खाली समय में झूला झूलना पसंद है. मैं झूले पर बैठना पसंद करना हूं, इससे मुझे खुशी मिलती है. परीक्षा पे चर्चा के जरिए पीएम नरेंद्र मोदी कोरोना काल में बोर्ड परीक्षाओं को लेकर छात्रों का डर दूर कर रहे हैं.  इस वर्ष कोरोना संक्रमण के कारण ऑफलाइन क्‍लासेज़ नहीं हो पाई हैं. छात्रों को ऑनलाइन क्‍लासेज से ही एग्‍जाम की तैयारी करनी पड़ी है. ऐसे में परीक्षा को लेकर पीएम मोदी छात्रों को मानसिक रूप से तैयार करने के साथ बोर्ड परीक्षा की तैयारियों में जुटे छात्रों को तनाव से बचने का मंत्र दे रहे हैं.

● पालीवाल वाणी ब्यूरों-Ayush Paliwal-Pulkit Purohit...✍️

 

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