दिल्ली

वीरता पुरस्कारों की घोषणा : सेना के 2 जवानों को कीर्ति चक्र और 7 को शौर्य च्रक : 412 जाबाजों को किया गया सम्मानित

Paliwalwani
वीरता पुरस्कारों की घोषणा : सेना के 2 जवानों को कीर्ति चक्र और 7 को शौर्य च्रक : 412 जाबाजों को किया गया सम्मानित
वीरता पुरस्कारों की घोषणा : सेना के 2 जवानों को कीर्ति चक्र और 7 को शौर्य च्रक : 412 जाबाजों को किया गया सम्मानित

नई दिल्ली :

74वें गणतंत्र दिवस (74th Republic Day) की पूर्व संध्या पर वीरता पुरस्कारों की घोषणा (Gallantry Awards announced) कर दी गई है. इस साल सेना के 2 जवानों को कीर्ति चक्र और 7 को शौर्य च्रक दिए जाएंगे. मेजर शुभांग और नायक जीतेंद्र सिंह को कीर्ति चक्र से सम्मानित किया जाएगा. वहीं मेजर आदित्य भदौरिया, कैप्टन अरुण कुमार, कैप्टन युद्धवीक सिंह, कैप्टन राकेश टीआर, नायक जसबीर सिंह (मरणोपरांत), लांस नायक विकास चौधरी और कांस्टेबल मुदासिर अहमद शेख (मरणोपरांत) को शौर्य चक्र मिलेगा.

नायक जसबीर सिंह और कांस्टेबल मुदासिर अहमद शेख को मरणोपरांत शौर्य चक्र मिल रहा है. मेजर शुभांग ने अप्रैल 2022 को जम्मू-कश्मीर के बडगाम में आतंकियों के खिलाफ बेहद मुश्किल हालातों में अपनी टीम का नेतृत्व किया. आतंकवादियों ने अंधाधुंध भारी छोटे हथियार चलाए और बैरल ग्रेनेड लांचर से गोलीबारी की जिसमें एक अधिकारी और उनकी टीम के दो कर्मी घायल हो गए. बाएं कंधे पर गोली लगने के बावजूद अडिग मेजर शुभांग ने अतुलनीय वीरता का प्रदर्शन किया और अत्यंत करीबी एक आतंकवादी को मार गिराया.

वहीं नायक जीतेंद्र सिंह ने दिसंबर 2021 से तीन ऑपरेशनों में लीड गाइड के रूप में असाधारण वीरता और साहस का प्रदर्शन किया. इनमें 7 आतंकवादी मारे गए. 27 अप्रैल 2022 को दो आतंकवादियों की मौजूदगी का इनपुट मिलने पर पुलवामा जिले में एक ऑपरेशन शुरू किया गया. नायक जीतेंद्र ने उन आतंकवादियों को देखा, जिन्होंने उनकी ओर कई ग्रेनेड फेंके और घेरा तोड़ने की कोशिश की. नायक जीतेंद्र को छर्रे लगे. घायल होने के बाद भी वो रेंगते हुए टारगेट घर की ओर बढ़े और करीबी मुठभेड़ में एक आतंकवादी का सफाया कर दिया. दूसरे आतंकवादी ने फिर से हथगोले फेंके और नायक जीतेंद्र की ओर अंधाधुंध गोलीबारी की, जिससे वह कई गोलियों से घायल हो गए. अन्य सैनिकों पर खतरे को महसूस करते हुए उन्होंने सर्वोच्च वीरता का प्रदर्शन किया और आतंकवादी की ओर रेंगते हुए एक और करीबी गोलाबारी में उसे घायल कर दिया. इसके बाद वह बेहोश हो गए और उन्हें 92 बेस अस्पताल ले जाया गया.

इससे पहले देश के 74वें गणतंत्र दिवस के अवसर पर कुल 901 पुलिस कर्मियों को पुलिस पदक से सम्मानित किया गया है. इनमें 140 कर्मियों को वीरता के लिए पुलिस पदक (पीएमजी), 93 को राष्ट्रपति के पुलिस पदक (पीपीएम) और 668 को मेधावी सेवा (पीएम) के लिए पुलिस पदक से सम्मानित किया गया है. 140 वीरता पुरस्कारों में से वामपंथी उग्रवाद प्रभावित क्षेत्रों के 80 कर्मियों और जम्मू-कश्मीर क्षेत्र के 45 कर्मियों को उनकी वीरतापूर्ण कार्रवाई के लिए पदक प्रदान किए गए.

वीरता पुरस्कार प्राप्त करने वाले कर्मियों में 48 केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल (सीआरपीएफ) से, 31 महाराष्ट्र पुलिस से, 25 जम्मू-कश्मीर पुलिस से, नौ झारखंड से और दिल्ली पुलिस, छत्तीसगढ़ पुलिस तथा सीमा सुरक्षा बल (बीएसएफ) से सात-सात कर्मी हैं. इनमें शेष अन्य राज्यों/केंद्रशासित प्रदेशों एवं सीएपीएफ के जवान हैं. राष्ट्रपति ने 74वें गणतंत्र दिवस की पूर्व संध्या पर सशस्त्र बलों के कर्मियों और अन्य को 412 वीरता पुरस्कारों और अन्य रक्षा अलंकरणों को मंजूरी दी.

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