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Masik Shivratri 2024: साल की पहली मासिक शिवरात्रि, जानें शुभ मुहूर्त, पूजा विधि और मंत्र
Pushplataहिंदू धर्म में मासिक शिवरात्रि का विशेष महत्व है। साल में कुल 12 शिवरात्रि पड़ती है। ऐसे में हर मास में एक शिवरात्रि होती है। हिंदू पंचांग के अनुसार, पौष मास के कृष्ण पत्र की चतुर्दशी तिथि को शिवरात्रि का व्रत रखा जा रहा है। मासिक शिवरात्रि के दिन भगवान शिव की विधिवत पूजा करने से शुभ फलों की प्राप्ति होती है। इसके साथ ही हर कष्टों से निजात मिल जाती है।
मासिक शिवरात्रि का शुभ मुहूर्त
हिंदू पंचांग के अनुसार, पौष माह की चतुर्दशी तिथि आरंभ- 9 जनवरी 2024 को रात 11 बजकर 24 मिनट पर शुरू होगी, जो 10 जनवरी 2024 को रात 08 बजकर 10 मिनट पर समाप्त होगाी।
पूजा का शुभ मुहूर्त- सुबह 10 बजकर 01 मिनट से दोपहर 12 बजकर 55 मिनट तक
मासिक शिवरात्रि 2024 पूजा विधि
मासिक शिवरात्रि के दिन भगवान शिव की पूजा करने का विधान है। मासिक शिवरात्रि पर ब्रह्म मुहूर्त में उठकर सभी कामों से निवृत्त होकर स्नान करके साथ सुथरे वस्त्र धारण कर लें। अगर आप व3त रखना चाहते हैं, तो भगवान शिव का ध्यान रखकर संकल्प ले लें। इसके बाद भगवान शिव का अभिषेक करें। उन्हें जल, गंगाजल, दूध आदि चढ़ाएं। इसके साथ ही फूल, माला, सफेद चंदन, धतूरा, आक का फूल, बेलपत्र आदि चढ़ा दें। इसके साथ ही भोग लगाकर जल चढ़ाएं और घी का दीपक और धूप जलाकर मासिक शिवरात्रि व्रत कथा, शिव चालीसा, शिव मंत्र का पाठ करने के बाद आरती कर लें। इसके बाद भूल चूक की माफी मांग लें।
पौष मासिक शिवरात्रि क्यों है खास?
हर मास की चतुर्दशी तिथि को मासिक शिवरात्रि का व्रत रखा जाता है। लेकिन साल की पहली शिवरात्रि पर प्रदोष व्रत भी रखा जा रहा है। ऐसे में शिवरात्रि के साथ भौम प्रदोष व्रत पड़ने से शिव जी के साथ माता पार्वती की विधिवत पूजा करने से दोगुना फल की प्राप्ति होगी।
मासिक शिवरात्रि पर पढ़ें ये मंत्र
ॐ नम:शिवाय.
ॐशंकराय नमः
ॐ महादेवाय नमः.
ॐ महेश्वराय नमः.
ॐ श्री रुद्राय नमः.
ॐ नील कंठाय नमः.
ॐ त्र्यम्बकं यजामहे सुगन्धिं पुष्टिवर्धनम्. उर्वारुकमिव बन्धनान् मृत्योर्मुक्षीय मामृतात्॥
Note - इस लेख में दी गई किसी भी जानकारी की सटीकता या विश्वसनीयता की गारंटी नहीं है।