ज्योतिषी
अगले 4 महीने तक छाया ग्रह केतु कर सकता है इन 3 राशि वालों को परेशान, करें यह ज्योतिषीय उपाय
Paliwawaniवैज्ञानिक दृष्टिकोण से सौरमंडल में राहु और केतु का कोई भौतिक प्रमाण नहीं है लेकिन ज्योतिष में इन ग्रहों का महत्व है। राहु-केतु दोनों को उनके जन्म से ही वक्री ग्रह माना जाता है क्योंकि दोनों ग्रह एक-दूसरे से विपरीत दिशा में निरंतर गति से गोचर करते हैं। शनि के बाद राहु-केतु ही दो ऐसे ग्रह हैं जिन्हें एक राशि से दूसरी राशि में जाने में 18 महीने का लंबा समय लगता है और इसीलिए ज्योतिष में इन ग्रहों के गोचर को एक बड़ी घटना माना जाता है।
मान्यताओं के अनुसार किसी भी कुंडली में राहु-केतु दोष का होना उस व्यक्ति के जीवन को संकटों से भरा रखता है। इस समय तुला राशि में विराजमान है और 2023 तक इसी में रहेगा। तुला राशि में इस तरह जमे रहने से 3 राशियों पर संकट के बादल मंडरा रहे हैं। आइए जानते हैं क्या हैं वो राशियां-
पारिवारिक कलह से करना पड़ सकता है सामना
तुला राशि (Libra) : तुला राशि के जातकों को पारिवारिक विवाद का सामना करना पड़ सकता है। इस दौरान परिवार के सदस्यों के बीच आपसी झगड़े बढ़ने की संभावना है। प्रेम संबंधों में भी दूरियां बढ़ सकती हैं। इस दौरान प्रेमी के साथ मनमुटाव की स्थिति पैदा हो सकती है। जातकों को सलाह है कि जीवन में कुछ भी नया करने से बचें, असफलता का सामना करना पड़ सकता है। घर में आर्थिक तंगी बढ़ेगी और कर्ज का बोझ भी बढ़ सकता है।
स्वास्थ्य संबंधी हो सकती हैं परेशानियां
मीन (Pisces) : मीन राशि के जातकों को अगले 4 महीनों में का सामना करना पड़ सकता है। जातकों को त्वचा रोग या वायरल संक्रमण हो सकता है। इस दौरान आपके साथ कोई धोखाधड़ी हो सकती है। इसलिए किसी को भी पैसे उधार देने से बचें। आपको खुद को साबित करने के लिए कड़ी मेहनत करनी होगी। कार्यक्षेत्र में नुकसान हो सकता है। लोभी बनने से बचें और जो आपके पास है उसमें खुश रहने की कोशिश करें।
कोर्ट कचहरी का करना पड़ सकता है सामना
मकर (Capricorn) : साल के समाप्त होने तक कोर्ट-कचहरी का सामना करना पड़ सकता है। प्रॉपर्टी में निवेश करेंगे लेकिन इसमें नुकसान उठाना पड़ सकता है। सहकर्मियों में आपके प्रति नकारात्मकता का भाव रहेगा। इसलिए संयम से काम लें और इस कठिन समय को शांति से गुजारने की कोशिश करें। व्यापार में धन का निवेश करेंगे लेकिन डूबने की संभावना है। इसलिए ज्यादा पैसा निवेश करने से बचें।
केतु के नकारात्मक प्रभाव कम करने के उपाय
- केतु के दुष्प्रभाव को कम करने के लिए नियमित रूप से मां दुर्गा की पूजा करें।
- यदि कोई व्यक्ति प्रतिदिन देवी दुर्गा की पूजा नहीं कर पाता है तो रविवार के दिन की गई पूजा जातक को शुभ फल देती है।
- “ॐ नमोः भगवते वासुदेवाय” मंत्र का रोजाना 108 बार जाप करें।
- केतु बीज मंत्र “ॐ कें केतवे नमः” का 108 बार जाप करें।
- केतु के शुभ फल के लिए काले रंग के वस्त्र धारण करके, केतु तांत्रिक मंत्र केतु की शांति के लिए “ॐ स्त्रां स्त्रीं स्त्रौं स: केतवे नम:” मंत्र का 18, 11 या 5 माला जातक के जीवन से कष्ट दूर करती है। शाम के समय इन दोनों मंत्रों का जाप करना चाहिए।