ज्योतिषी
राशियों पर ग्रहों का परिवर्तन : तीन राशियों का आया शुभ दिन : जानें कैसा रहेगा आपका समय
paliwalwani.comकुछ ग्रह हर माह परिवर्तित होते हैं और कुछ ग्रहों को परिवर्तित होने के लिए एक माह से भी ज्यादा का समय लगता है। आओ संक्षिप्त में जानते हैं कि कौनसा ग्रह कब परिवर्तित होकर शुभ और अशुभ प्रभाव देता है. अक्टूबर 2021 महीने की शुरुआत के साथ दी शुक्र और वक्री बुध की चाल में परिवर्तन हो गया है. आज दोनों ग्रह ने राशि परिवर्तन कर लिया है. इस परिवर्तन का असर सभी 12 राशियों पर रहेगा. वक्री बुध ने कन्या राशि में प्रवेश किया है, तो वहीं शुक्र का गोचर वृश्चिक में हुआ. ऐसे में तीन राशियों के लिए शुभ समय शुरू होगा. जानें आपकी राशि के लिए ये परिवर्तन कैसा रहेगा.
अहम है ये परिवर्तन : ज्योतिषाचार्य डॉ. अरविंद मिश्र ने बताया कि शुक्र ग्रह का 2 अक्टूबर 2021 को सुबह 9 बजकर 35 मिनट पर वृश्चिक राशि में गोचर हुआ है. शुक्र ग्रह के गोचर की अवधि लगभग 23 दिनों की रहेगी. वहीं बुध ने अपनी वक्री अवस्था में 2 अक्टूबर 2021 को कन्या राशि में सुबह 3 बजकर 23 मिनट पर गोचर कर लिया. बुध 18 अक्टूबर 2021 को कन्या राशि में ही मार्गी होंगे. इसके बाद 2 नवंबर 2021 को बुध प्रातः 9 बजकर 43 मिनट के बाद तुला राशि में आ जाएगें.
12 भावों में अलग-अलग प्रभाव : वक्री बुध करेगा प्रभावित बुध का वक्री अवस्था में गोचर का सभी 12 भावों में अलग-अलग प्रभाव प्राप्त होता है. ज्योतिष शास्त्र के अनुसार द्वितीय भाव, चतुर्थ भाव, षष्टम भाव, अष्टम भाव, दशम भाव और एकादश भाव में शुभ फल देता है, इसके अलावा अन्य सभी भावों में इसका फल सामान्य या नुकसानदेह हो सकता है. ज्योतिषाचार्य ने बताया कि दोनों ग्रहों की चाल में हो रहा ये परिवर्तन वृश्चिक, धनु और कुंभ राशि के जातकों के लिए अनुकूल समय लेकर आने वाला है. मेष, वृषभ और मीन राशि के जातकों के लिए ये परिवर्तन बहुत अच्छा नहीं कहा जा सकता है. इसके अलावा अन्य 6 राशियों की बात करें, तो ये परिवर्तन बहुत अधिक प्रभाव नहीं डालेगा.
बुध का प्रभाव : बुध ग्रह स्वास्थ्य, करियर, कल्याण और रिश्तों के संदर्भ में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है, जिन व्यक्तियों की कुंडली में बुध ग्रह अनुकूल स्थिति में होता है ऐसे व्यक्ति बातचीत करने में शानदार रहते हैं, साथ ही किसी भी स्थिति का विश्लेषण करने, लोगों के साथ अच्छे संबंध बनाए रखने, आर्थिक प्रगति प्राप्त करने इत्यादि में ऐसे व्यक्ति हमेशा सफलता हासिल करते हैं.
शुक्र का प्रभाव : जिन व्यक्तियों की कुंडली में शुक्र ग्रह शुभ स्थिति में होता है, ऐसे लोग दूसरों का सम्मान करते हैं और उन्हें दूसरों से प्रशंसा प्राप्त करना अच्छा लगता है. जिन व्यक्तियों की कुंडली में शुक्र ग्रह प्रतिकूल स्थिति में होता है ऐसे व्यक्तियों का प्रेम जीवन और वैवाहिक जीवन तमाम तरह की समस्याओं से घिरा रहता है और ऐसे व्यक्तियों का स्वास्थ्य भी खराब बना रहता है.
नौ ग्रहों में सूर्य व चंद्र ही ऐसे दो ग्रह हैं जो कभी वक्री (विपरीत गति) नहीं होते, जबकि राहु व केतु सदैव वक्री गति से ही चलते हैं। मंगल, बुध, गुरु, शुक्र व शनि ग्रह कई बार सीधी गति से चलते हुए वक्री होकर पुनः सीधी गति पर लौटते हैं.