उत्तर प्रदेश.
उत्तर प्रदेश के मैनपुरी में बिछवां कस्बा स्थित साकार हरि के आश्रम से कोई संदेश न आने के बाद अचानक अनुयायियों की संख्या भी कम होने लगी है। सोमवार को काफी कम लोग ही आश्रम के आसपास दिखाई दिए। हालांकि पुलिस के पहरे में कोई कमी नहीं आई है। पुलिसकर्मी जागकर रात गुजार रहे हैं। वहीं सेवादार भी अपनी वफादारी साबित करते हुए चुप्पी साधे अपना काम कर रहे हैं।
हाथरस कांड को 7 दिन बीत चुके हैं। मामले में जांच के लिए गठित विशेष जांच दल जांच के साथ ही रिपोर्ट तैयार करने में जुटा है। उधर हाथरस पुलिस चिन्हित आरोपियों को जेल भेज रही है। इन सब के बीच कस्बा बिछवां स्थित आश्रम में बाबा की मौजूदगी को लेकर पहले दिन से ही सुरक्षा के कड़े इंतजाम हैं।
बड़ी संख्या में पुलिस बल महलनुमा आश्रम को चारों ओर से घेर हुए हैं। वहीं खुफिया विभाग के लोग भी हर हरकत पर नजर बनाए हुए हैं। आश्रम के अंदर का सच क्या है, इसको लेकर प्रशासन की ओर से लगातार साकार हरि के होने की बात से इन्कार किया जाता रहा है।
दूसरी ओर आश्रम से एक पत्र का बाहर आना मौजूदगी का एहसास करा रहा है। फिलहाल अभी तक अनुयायी भी साफ तौर पर कुछ भी समझ नहीं पा रहे हैं। आश्रम और आसपास अनुयायियों की संख्या में सोमवार को कमी देखी गई। कुछ ग्रामीण ही आश्रम की ओर देखे गए।
इन सब के बीच पुलिस के पहरे में कोई कमी नहीं आई है। पुलिसकर्मी दिन में तो ड्यूटी करते ही हैं लेकिन रात को भी जागकर गुजार रहे हैं। बात करें आश्रम के सेवादारों की तो सभी खुद को वफादार साबित करने के लिए साकार हरि के आश्रम में मौजूदगी को लेकर जुबान पर ताला लगाए अपनी ड्यूटी निभाए जा रहे हैं।