उज्जैन :
मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने उज्जैन यात्रा के दौरान विकसित भारत संकल्प यात्रा का शुभारंभ किया. वहीं उन्होंने पुलिस महकमे की विस्तृत बैठक ली, जिसमें आम जनता को थानों पर परेशानी ना होने, सीमाओं की विसंगतियों को दूर करने के साथ-साथ भीड़, पार्किंग व्यवस्थाओं के लिए बेहतर प्लानिंग पर जोर दिया.
वहीं पुलिस के आला अधिकारियों ने बल की कमी से लेकर वाहनों, साधनों, संसाधनों और पुलिसकर्मियों के कल्याण से जुड़े प्रस्तावों से मुख्यमंत्री को अवगत कराया। मुख्यमंत्री ने अगले 25 सालों के मान से कार्ययोजना तैयार करने की सलाह भी दी और साथ ही यह भी कहा कि गंभीर धाराओं में प्रकरण दर्ज करने की हड़बड़ी पुलिस हर मामलों में ना दिखाए। कई प्रकरण संवेदनशील और अलग श्रेणी के रहते हैं।
लिहाजा ऐसे मामलों में पहले आवश्यक जांच-पड़ताल की जाए, उसके बाद गंभीर धाराएं आवश्यक होने पर लगाएं। पुलिस की दक्षता बढ़ाने के लिए विभागीय कार्यों को महत्व देने, हर तरह के अपराधों पर सख्ती से नियंत्रण और हर जिले में गणतंत्र दिवस, स्वतंत्रता दिवस जैसे आयोजनों के लिए पुलिस बैंड तैयार किए जाएं।
मुख्यमंत्री ने कहा कि अनुकम्पा नियुक्ति के लम्बित प्रकरणों को शीघ्र दूर करें और आवास समस्या को भी दूर किया जाए। हथियारों की तस्करी, शराब माफिया, खनिज माफिया पर भी सख्त कार्रवाई के निर्देश दिए। बैठक में पुलिस महानिदेशक सुधीर कुमार सक्सेना ने विभागीय व्यवस्था, कार्यप्रणाली से संबंधित प्रस्तुतिकरण भी दिया, वहीं अपर मुख्य सचिव गृह डॉ. राजेश राजोरा ने वाहनों की जरूरत के साथ उसकी पूर्ति के प्रस्ताव और पुलिसकर्मियों के कल्याण सहित अन्य प्रस्तावों की जानकारी मुख्यमंत्री के समक्ष रखी।
एएसआई से इंस्पेक्टर के प्रमोशन को भी अब 15 दिन में करने के निर्देश मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने दिए। वहीं उज्जैन, ओरछा या अन्य धार्मिक स्थलों, मेलों में जो भीड़ उमड़ती है उस पर नियंत्रण के प्रभावी उपाय किए जाएं। देह व्यापार पर अंकुश लगाने के साथ प्रदेश की कानून व्यवस्था बेहतर रहे, उससे जुड़े सुझाव भी मुख्यमंत्री ने इस एक घंटे तक चली बैठक में दिए।