माना जाता है कि यदि घर के कोनों में गंदगी जमा रहती है तो इसका सीधा असर आपकी समृद्धि पर होता है और यदि आप सभी कोनों को व्यवस्थित रखती हैं तो इससे सकरात्मक ऊर्जा का संचार होता है। यदि हम वास्तु शास्त्र की मानें तो घर के कोनों में कुछ ऐसी चीजें रखी जाती हैं जो धन को आकर्षित करती हैं। उदाहरण के लिए यदि आप कोनों में सजावटी पेड़ पौधे रखती हैं, या वास्तु से जुड़ी चीजें रखीं जाये तो ये धन को आकर्षित करने में मदद करता है। घर के हर एक कोने को स्वच्छ व सूंदर रखना वास्तु शहस्त्रा में महत्वपूर्ण माना गया है
ईशान कोण (ईशान कोण में न रखें ये चीजें) को वास्तु शास्त्र में सबसे शुभ स्थान माना जाता है। यह धन, स्वास्थ्य और समृद्धि का प्रतीक होता है। ईशान कोण में पूजा घर, मंदिर स्थापित करना शुभ फल देता है या आप किसी देवी-देवता की मूर्ति रखती हैं तो ये आपके जीवन में बहुत ही शुभ फल देती है।
वास्तु शास्त्र के अनुसार, घर के पूर्वोत्तर कोने को ही ईशान कोण कहा जाता है। इस स्थान को हमेशा साफ, अव्यवस्था मुक्त और खुला रखना चाहिए। इस कोने में भारी वस्तुएं या फर्नीचर रखने से बचना चाहिए क्योंकि यह सकारात्मक ऊर्जा के प्रवाह को अवरुद्ध कर सकता है।
कहा जाता है कि पौधे घर में सकारात्मक ऊर्जा लाते हैं। घर के इस कोने में यदि आप तुलसी का पौधा, मनी प्लांट और एरेका पाम जैसे पौधे लगाती हैं तो ये बहुत शुभ माना जाता है।
इस कोने में यदि आप वास्तु क्रिस्टल रखती हैं तो ये शांति देने वाले गुणों से भरपूर माना जाता है। आप इस स्थान पर क्वार्ट्ज क्रिस्टल, एमेथिस्ट क्रिस्टल और रोज़ क्वार्ट्ज क्रिस्टल रख सकती हैं।
घर का यह कोना वायु और चंद्रमा से जुड़ा होता है और इसे आप गेस्ट रूम या बेडरूम की तरह इस्तेमाल कर सकती हैं और इस कोने में यदि आप पानी का फव्वारा रखती हैं तो ये घर में सौभाग्य और समृद्धि लाता है। इस स्थान पर भी आप पेड़-पौधे लगा सकते है यहाँ इनडोर प्लांट्स रखना अच्छा होता है।
यह कोना अग्नि तत्वों से जुड़ा होता है इसलिए इस स्थान पर रसोई बनाई जाती है। इस स्थान पर आपको बेडरूम बनाने से बचना चाहिए। आपके घर के दक्षिण पूर्वी कोने में वास्तु दोष को कम करने के लिए क्रिस्टल कमल रखना अच्छा विकल्प है। यह आपके जीवन में शांति और सफलता लाता है और नकारात्मक ऊर्जा से दूर रखता है। इस दिशा में आप घर के कुछ इलेक्ट्रॉनिक उपकरण भी लगा सकती हैं, ये आपके लिए अत्यंत शुभ फल प्रदान करेंगे।
यदि आप इस कोने में शीशे लगाती हैं तो यहां के निवासियों के लिए बहुत शुभ फल प्रदान करने वाला होता है। नकारात्मक ऊर्जा को वापस उसके स्रोत में प्रतिबिंबित करने के लिए आप इस कोने की दीवार पर एक दर्पण लगाएं।
वास्तु शास्त्र में घर का दक्षिण-पश्चिम कोना स्थिरता और मजबूती का प्रतिनिधित्व करने वाला माना जाता है। इन गुणों को स्थापित करने के लिए, इस कोने में भारी फर्नीचर या ठोस नींव वाली वस्तुएं रखने पर विचार करें। इस कोने में तिजोरी या मजबूत लकड़ी के फर्नीचर जैसी मूल्यवान और भारी वस्तुएं रखने से घर की समग्र ग्राउंडिंग ऊर्जा में योगदान हो सकता है।
उत्तर पश्चिमी कोना वास्तु में वायु तत्व से मेल खाता है, जो इसे सामाजिक स्थानों और संचार के लिए एक आदर्श स्थान बनाता है। यह कोना नेटवर्किंग और व्यवसाय से भी जुड़ा है, इसलिए इस क्षेत्र में काम से संबंधित वस्तुएं जैसे कंप्यूटर या महत्वपूर्ण फाइलें रखने से पेशेवर विकास बढ़ सकता है।