Money saving tips: क्या आप भी मेहनत के बावजूद पैसों की बचत नहीं कर पा रहे हैं? इसका कारण सिर्फ आपकी कमाई या खर्च की आदतें नहीं, बल्कि आपके घर का वास्तु दोष और कुंडली में मौजूद ग्रहों की स्थिति भी हो सकती है। वास्तु शास्त्र और ज्योतिष के अनुसार, घर में बहने वाली ऊर्जा का सीधा प्रभाव आपकी आर्थिक स्थिति पर पड़ता है। यदि ऊर्जा का प्रवाह बाधित हो या नकारात्मक हो, तो धन रुक जाता है और अनावश्यक खर्च बढ़ जाते हैं।
घर का मुख्य द्वार ऊर्जा के प्रवेश का सबसे महत्वपूर्ण स्थान होता है। गंदगी या अंधेरा नकारात्मक ऊर्जा को आकर्षित करता है, जिससे आर्थिक प्रगति रुक सकती है।
उत्तर-पूर्व दिशा को वास्तु में ईशान कोण कहा गया है। यहां साफ-सफाई और हल्के वस्तुओं का होना शुभ होता है। भारी वस्तुएं या कचरा रखने से धन संबंधी रुकावटें आती हैं।
घर में नियमित रूप से कपूर या समुद्री नमक से शुद्धिकरण न करना नकारात्मक ऊर्जा को बढ़ावा देता है।
बुध ग्रह कमजोर हो तो फाइनेंशियल प्लानिंग बिगड़ जाती है।
शुक्र ग्रह की प्रधानता अनावश्यक खर्च करवाती है।
छठे भाव का अशुभ स्वामी होने पर धन बीमारियों और कर्ज में खर्च होता है।
वायु तत्व (मिथुन, तुला, कुंभ) मजबूत होने पर व्यक्ति लापरवाह हो जाता है और पैसा टिक नहीं पाता।
स्वास्तिक चिन्ह या भगवान गणेश की तस्वीर का घर में ना होना भी वास्तु दोष में आता है।
मुख्य द्वार की नियमित सफाई करें और वहां पर्याप्त रोशनी की व्यवस्था करें। यह सकारात्मक ऊर्जा को आमंत्रित करता है।
मुख्य द्वार पर भगवान गणेश की मूर्ति या तस्वीर लगाएं और स्वास्तिक का चिन्ह बनाएं। यह शुभता और समृद्धि लाता है।
इस कोने में कलश रखें और यहां कोई भारी वस्तु या कचरा न रखें। यह दिशा देवताओं की मानी जाती है और इसे साफ-सुथरा रखना बहुत आवश्यक है।
हर हफ्ते कपूर जलाएं और समुद्री नमक का टुकड़ा कोनों में रखें। इससे नकारात्मक ऊर्जा समाप्त होती है।
बुधवार को हरी सब्जियां और मूंग का सेवन करें।
ज़रूरतमंदों को दान करें।
ग्रहों के लिए विशेष मंत्रों का जाप करें या किसी विद्वान ज्योतिषी से परामर्श लें।