नीमच :
राष्ट्र सेविका समिति किसी व्यक्ति को नहीं मरण भक्तों को अपना गुरु मानती है, क्योंकि समिति व्यक्ति भोजन नहीं तत्व पूजक है, व्यक्ति नाशवान है, उसमें अनेक कमियां हो जाती है,, होती है. मानव सुलभ कमियां यदि हम अपने गुरु में देखते हैं. हमारे मन में उनका सम्मान कम हो जाता है, तो गुरु के ना रहने पर यहां दूसरा ग्रुप की तलाश करते हैं.
अतः किसी भी मनुष्य में है, भाव का निर्माण ना हो इसीलिए गुरु पद पर भगवा ध्वज का प्रतिष्ठित किया गया है. इसे गुरु मानने के लिए इसकी विशेषताओं ध्वजा में हमें त्याग बलिदान पराक्रम कि तेजस्वी परंपरा का ज्ञान भारत का गौरवशाली इतिहास का बोध कराकर समर्पण सिखाया है. हमें भी सूर्य के समान अनुशासित ज्ञान का प्रतीक और परहित के लिए सतत चलने की प्रेरणा देने वाला है. यह विक्रम और वैराग्य का प्रतीक है. उदाहरण की लंबी श्रंखला है, हम इस भगवा ध्वज को लेकर हमारे महान नायकों के देश स्वाभिमान का गौरव की रक्षा करते हैं.
आयोजन के दौरान कार्यक्रम की अध्यक्षता पुष्पा वर्मा द्वारा की गई. प्रार्थना लक्ष्मी प्रेमाणी द्वारा कराई गई. राष्ट्र सेविका समिति की जिला कार्यवाही का ज्योति खंडेलवाल द्वारा बौद्धिक दिया गया. नगर सेवा प्रमुख खुशबू अठवानी द्वारा गीत की प्रस्तुति दी गई. इस मौके पर संगीता प्रजापति, भारतीय रामरख्यानी, गुरमीत कौर, अमन कुंवर चौहान, संतोष धाकड़, रिया राजावत, स्वाति राजावत सहित कई महिलाएं उपस्थिति थी.