Dr. NILESH PALIWAL
राजसमंद. खिलाड़ियों को अपने लक्ष्य की प्राप्ति के लिए अर्जुन की तरह अभ्यास करने एवं राष्ट्र के विकास में सभी को आगे बढ़कर सहयोग प्रदान करना चाइये. वर्तमान में युवाओं में खेलों के प्रति उत्साह और जुनून पैदा करने की जरूरत, अर्जुन की तरह एकाग्र होकर लक्ष्य हासिल करे.
उक्त विचार पुलिस अधीक्षक मनीष त्रिपाठी ने छोटी मोरवड़, बड़ी मोरवड़, धर्मेटा की मेजबानी में आयोजित 14 वीं विराट वॉलीबॉल प्रतियोगिता के उद्धघाटन समाहरोह में व्यक्त किये. प्रतियोगिता का आगाज ध्वजारोहण व दीपप्रज्वलन के साथ समाहरोह पूर्वक हुआ.
कार्यक्रम के मुख्य अतिथि पुलिस अधीक्षक मनीष त्रिपाठी, विशिष्ट अतिथि इंदौर अध्यक्ष राकेश जोशी, पिपलांत्री सरपंच अनिता पालीवाल, समाजसेवी सत्यनारायण पूर्बिया, पंचायत समिति सदस्य प्रकाश जोशी, नगर परिषद पार्षद आशीष पालीवाल थे, जबकि अध्यक्षता सेवा समिति अध्यक्ष मांगीलाल पालीवाल ने की.
सेवा समिति अध्यक्ष मांगीलाल पालीवाल ने समाज के युवाओं को संबोधित करते हुए कहा कि जीतने का कभी घमंड नहीं करना चाहिए और न ही हार से निराश होना चाहिए. जीत के साथ जीवन में विनम्रता हो, वहीं हार से निराश न होकर संघर्ष को और तेज करना चाहिए. उन्होंने खिलाड़ियों को शानदार प्रदर्शन के लिए शुभकामनाएं देते हुए उनकी उज्ज्वल भविष्य की कामना की.
52 गाँवो की इन टीमो के मध्य हुए मेच
उद्धघाटन मैच मोरवड़ A वर्सेज जावद के मध्य खेला गया जिसमें जावद विजय रही, केलवा वर्सेज मुंडोल में मुंडोल विजय रही, धर्मेटा वर्सेज केलवा में धर्मेटा विजय रही। इसी के साथ जावद, खमनोर, पिपलांत्री, साकरोदा, भेसाकमेड, उनवास, मंडा, ओडन, सालोर, केसुली, केलवा, मुंडोल, नाथद्धारा, जनावद, भगवानदा, धोइंदा, रिछेड़, रूढ़ की भागल, माची की भागल, गांवगुड़ा, झालो की मंदार, चारभुजा, टाडा वाडा, मोराना, वागडोला, भाणा, तासोल, पर्वतखेड़ी, पीपरड़ा सहित समाज के कई गाँवो की टीमों ने खेल शौर्य का बेहतर प्रदर्शन किया। इसी के साथ प्रतियोगिता देर रात तक जारी रही। संचालन राजेश भगवांदा, नीलेश धर्मेटा, गणेश मोरवड़, सुनील चारभुजा ने किया.
इस अवसर पर सरंक्षक मोहनलाल रूढ़, चुनीलाल ओडन, देवीलाल मण्डा, गिरिजाशंकर, खुमाणलाल भैसाकमेड़, खेल सयोंजक दिनेश मण्डा, महामंत्री सत्यनारायण सालोर, कोषाध्यक्ष नारायण जनावद, बंशीलाल, पूर्व अध्यक्ष रामनारायण पालीवाल, श्रीकृष्ण पालीवाल, भगवतीलाल खमनोर, छगन पिपलांत्री, बद्रीलाल केलवा, गोपाल संजय केलवा, मोहनलाल रूढ़, कैलाश केलवा, बालकृष्ण धोइंदा, दिनेश जावद, मनीष नाथद्वारा, प्रेमशंकर, सत्यनारायण, किशनलाल, लक्ष्मीनारायण, मदन, प्रकाश, देवनारायण, जगदीश, केशूलाल, सुंदरलाल, छगनलाल, प्यारेलाल, मनोज, शंकरलाल मुंडोल, गिरिराज मुंडोल, राजेश मण्डा, मनोहर चारभुजा, भरत मण्डा, ख्यालीलाल तासोल, रामरतन मोरवड़, पवन, योगेश, चंदू, गोपाल, राजकुमार, भवरलाल, बंसीलाल, गणेश, मोहनलाल, सुरेश, अशोक, अजय, अनिल, धाराशंकर, मांगीलाल, लीलाधर, उदयलाल, लक्ष्मीलाल, विनोद, देवीलाल रिछेड़, धर्मचंद जनावद सहित समाज के कई युवा व समाजजन उपस्थित थे.