बेंगलुरु. कर्नाटक में बेंगलुरु के बाबूसापल्या में एक निर्माणाधीन सात मंजिला इमारत ढह जाने के बाद खोज एवं बचाव अभियान के दौरान पांच और लोगों के शव बरामद किए गए हैं। इन शवों के मिलने के बाद, हादसे में जान गंवाने वालों की संख्या अब 6 हो गई है। यह घटना मंगलवार को हुई थी जिसके बाद से ही अग्निशमन एवं आपातकालीन विभाग, एनडीआरएफ और एसडीआरएफ की टीम घटनास्थल पर राहत-बचाव अभियान चला रही हैं। यह घटना उस दौरान हुई जब बेंगलुरु में भारी बारिश हो रही थी।
कर्नाटक में लगातार हो रही बारिश का असर अब नजर आने लगा है. इस बारिश की वजह से बेंगलुरु मेंहेनूर के पास बाबूसबपाल्या में एक निर्माणाधीन इमारत भरभराकर गिर गई. इस हादसे के वक्त इमारत के अंदर 20 से अधिक लोग काम कर रहे थे. सूचना मिलने पर हरकत में आई पुलिस और आपदा राहत टीम ने इनमें से 3 मजदूरों को बाहर निकालकर अस्पताल पहुंचाया है. वहीं इमारत के मलबे में से तीन मजदूरों के शव निकाले गए हैं. अभी भी बताया जा रहा है कि मलबे में 17 से अधिक लोग दबे हो सकते हैं.
हालात की गंभीरता को देखते हुए फायर ब्रिगेड और आपदा राहत टीम ने जेसीबी की मदद से बड़े स्तर पर राहत कार्य शुरू किया है. पुलिस के मुताबिक मलबे को हटाया जा रहा है. चूंकि मलबे के नीचे से आवाजें आ रही हैं, इसलिए संभावना है कि अंदर फंसे लोग जिंदा हैं. पुलिस ने बताया कि यह हादसा मंगलवार की दोपहर का है. सूचना मिलते ही पुलिस ने फायर ब्रिगेड और आपदा राहत टीम के साथ मौके पर पहुंच कर मलबे को हटाना शुरू कर दिया था.
इसी क्रम में तीन मजदूरों को घायलावस्था में बाहर निकाला गया है, वहीं तीन मजदूरों के शव निकाले गए हैं. मलबे के अंदर से जिंदा निकले मजदूरों ने ही पुलिस को बताया कि मलबे में 17 से अधिक लोग दबे पड़े हैं. यह सुनकर पुलिस ने राहत कार्य में स्थानीय लोगों से भी मदद लेकर काम शुरू किया है. वहीं घटना की जानकारी होने पर कर्नाटक के मुख्यमंत्री सिद्धारमैया और उपमुख्यमंत्री डीके शिवकुमार ने पुलिस और प्रशासन के अधिकारियों से फोन पर बात की.
मुख्यमंत्री और उप मुख्यमंत्री ने अधिकारियों से हालात का जायजा लेने के बाद राहत कार्य तेज करने और सभी घायलों को बेहतर इलाज मुहैया कराने के आदेश दिए हैं. डीसीपी देवराज ने सीएम और डीसीएम को बताया कि अभी भी मलबे के अंदर 17 लोगों के फंसे होने की संभावना है. इसलिए बचाव और राहत कार्य तेज कर दिया गया है. बता दें कि कर्नाटक में तीन दिन से लगातार बारिश हो रही है. इसकी वजह से जनजीवन बुरी तरह से प्रभावित हुआ है.
कर्नाटक के डिप्टी सीएम डीके शिवकुमार ने घटनास्थल का जायजा। उन्होंने कहा है कि बेंगलुरु की यह निर्माणाधीन इमारत अवैध थी और इसके मालिक के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी। उन्होंने कहा, "मुझे बताया गया कि कोई अनुमति नहीं दी गई थी। अवैध गतिविधियां चल रही थीं। हम मालिक, ठेकेदार और सभी के खिलाफ सख्त कार्रवाई करेंगे। पूरे बेंगलुरु में सभी अवैध निर्माण तुरंत रोक दिए जाएंगे। ठेकेदार, अधिकारी और यहां तक कि संपत्ति के मालिक, सभी पर कानून के तहत मामला दर्ज किया जाएगा। डिप्टी सीएम ने कहा, ''मुझे मिली जानकारी के अनुसार, यहां 21 मजदूर थे। यहां रोजाना 26 लोग काम करते हैं।