Exam Time : तेजी से बदलते समाज ने कई मुश्किलें और चुनौतियां पेश की हैं, जिनकी चपेट में ना केवल बड़े-बूढ़े बल्कि बच्चे भी आने लगे हैं। कई बार तो बच्चों को पता भी नहीं होता है कि वे अपनी मुश्किलें कैसे बताएं। बच्चों को भी मानसिक, सामाजिक और भावनात्मक परेशानियों से दो-चार होना पड़ता है और कई बार वे खुद को सही ढंग से अभिव्यक्त नहीं कर पाते, नतीजतन दिक्कत बढ़ती ही जाती है।
ऐसे में भारत सरकार की ओर से दिखाई गई ‘संवेदना’ काफी कारगर साबित हो रही है। अगर आपके आसपास या घर पर भी किसी बच्चे में ऐसी कोई दिक्कत नजर आती है, तो इसके लिए टोल फ्री नंबर 1800-121-2830 पर कॉल करके समस्या से निपटा जा सकता है।
दरअसल, राष्ट्रीय बाल अधिकार संरक्षण आयोग (एनसीपीसीआर) ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म, कू ऐप पर अपनी ताजा पोस्ट में ‘संवेदना’ से बारे में जानकारी दी है। अपने आधिकारिक कू हैंडल के जरिये सोमवार सुबह आयोग ने बताया कि ‘संवेदना’ ऐसे बच्चों के लिए खोली गई टोल फ्री काउंसलिंग हेल्पलाइन है, जिन्हें मानसिक, सामाजिक या भावनात्मक सहायता की जरूरत है।
इतना ही नहीं परीक्षाओं के इस महीने में बच्चे परीक्षा या इससे संबंधित तनाव या एंजाइटी से जुड़ी समस्याओं को दूर कर सकते हैं। इसके लिए केवल टोल फ्री नंबर 1800-121-2830 पर कॉल करनी होगी और परेशानी छू मंतर।
यह टोल फ्री नंबर सुबह 10 से 1 बजे तक और दोपहर 3 बजे से लेकर रात 8 बजे तक चालू रहता है। जिसे सोमवार से लेकर शनिवार तक किसी भी कार्यदिवस में मुफ्त में मिलाकर अपनी परेशानी से छुटकारा पाया जा सकता है। इस सेवा की सबसे बड़ी खासियत यह है कि तमिल, तेलुगू, ओड़िया, कन्नड़, मराठी, गुजराती और बंगाली समेत यह टोल फ्री नंबर कई भाषाओं में उपलब्ध है।
इस सेवा का लाभ देने के लिए देश भर के कई विशेषज्ञ जुड़े हुए हैं, जिनमें काउंसलर से लेकर मनोचिकित्सक तक शामिल हैं। यह बच्चों की परीक्षा, तनाव, चिंता, अवसाद, डर समेत तमाम तरह की परेशानियों से छुटकारा दिलाने वाला कमाल का तरीका है।
Posted By: Sandeep Chourey