UP News: उत्तर प्रदेश के बांदा जिले की रहने वाली एक युवती को दुबई में 20 सितंबर के बाद फांसी की सजा दी जाएगी। इस युवती के माता-पिता ने रोते-बिलखते हुए पीएम नरेंद्र मोदी और सीएम योगी आदित्यनाथ से हस्तक्षेप कर बेटी की जान बचाने की गुहार लगाई है।
युवती के पैरेंट्स का कहना है कि जालसाजों ने उनकी बेटी शहजादी को जबरन और फर्जी तरीके से बच्चे के कत्ल के आरोप में फंसा दिया है। उनका कहना है कि असल में वह चेहरे का इलाज कराने के लिए विदेश गई थी।
बांदा के गोयरा मुगली गांव की रहने वाली शहजादी (33) का फेसबुक में आगरा के युवक उजैर से संपर्क हो गया। इसी दौरान दोनों के बीच प्रेम प्रसंग चलता रहा। शहजादी बीमार भी रहती थी, उजैर ने उसे इलाज के लिए आगरा बुला लिया और इसी दौरान उसे विदेश में इलाज कराने और वहीं समाजसेवी संस्था में काम दिलाने का झांसा देकर दुबई में रहने वाली आगरा की दंपति को बेच (UP News) दिया।
वह वहां घरेलू नौकर का काम करती थी। काम करने के लिए इस दंपति ने शहजादी पर मानसिक और शारीरिक जुल्म जाए। इस बीच दंपति के एक बच्चे की मौत हो गई। बच्चे की मौत गलत इलाज के कारण हुई थी लेकिन दंपति ने शहजादी को बच्चे की हत्या में फंसा दिया, इस मामले में शहजादी को फांसी की सजा हो गई।
मामला तब सामने आया जब शहजादी के पिता ने दुबई में रहने वाली दंपति और आगरा निवासी उजैर के खिलाफ केस दर्ज कराया। यह केस थाना मटौंध में मानव तस्करी जैसे गंभीर धाराओं में दर्ज कराया गया। यह मामला संज्ञान में आते ही रोटी बैंक ने प्रधानमंत्री और राष्ट्रपति को संबोधित ज्ञापन जिला अधिकारी के माध्यम से प्रेषित किया है। जिसमें कहा गया है कि शहजादी सामाजिक कार्यकर्ता है, उसके साथ इस तरह का कृत्य घोर निंदनीय है। पूरे प्रकरण की निष्पक्ष न्यायिक जांच करा कर दोषियों को दंडित किया जाए। साथ ही शहजादी को दुबई से रिहा कर कर वापस वतन लाने का अनुरोध किया गया। इसी तरह जनता दल यूनाइटेड की प्रदेश महिला नेत्री शालिनी पटेल ने पीड़ित परिवार से भेंट कर मामले की जानकारी ली। इसके बाद बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार से फोन पर बात की उनसे शहजादी की दुबई से रिहाई के प्रयास करने की मांग
वहीं शहजादी ने गुरुवार को अपने पिता से फोन पर बात की और पिता के माध्यम से ही समाजसेवियों और राजनीतिक दलों से मदद मांगी। उसने कहा कि अपनी बहन और बेटी को बचाने के लिए सभी लोग आगे आएं। मैं मरना नहीं चाहती हूं। उसने कहा कि वह जेल से छूटने के बाद अपने साथ हुए जुल्म को सबके सामने लाना चाहती है। वहीं रोटी बैंक के जिला अध्यक्ष रिजवान अली का कहना है कि शहजादी बचपन में एक हादसे में जल गई थी। जिससे वह दिव्यांग है। दिव्यांग होने के बावजूद वह विभिन्न समाजसेवी संगठनों से जुड़कर समाज सेवा के लिए कार्य करती रही है। उसे झांसा देकर इलाज के बहाने बेच दिया गया। उसे साजिश के तहत जिस तरह से फंसाया गया है वह निंदनीय है। इस मामले में भारत सरकार को हस्तक्षेप करके निर्दोष समाज सेविका को जेल से रिहा कराना चाहिए।
सब्बीर खां के मुताबिक, ना तो बेटी को दुबई से आने दे रहे थे और ना सही से रहने दे रहे थे। उस पर जुल्म किए जाते थे। अब तो उसे मौत की सजा सुना दी गई है। आरोप है कि शहजादी ने मालिक के बीमार बच्चे की सही से देखरेख नहीं की, जिस पर उसकी मौत हो गई। शहजादी ने कोर्ट में अपील की थी, लेकिन राहत नहीं मिली।
पीड़ित पिता सब्बीर ने कोर्ट में शिकायती पत्र देकर आरोपी युवक उजैर और उसके रिश्तेदार सहित 4 लोगों के खिलाफ थाना मटौंध में केस दर्ज कराया है। पुलिस ने कोर्ट के आदेश पर धारा 370/ 370 A/ 419/ 420/ 386/ 311/ 367 का तहत केस दर्ज किया है। पिता ने पुलिस से मांग की है कि इन आरोपियों को पकड़कर पूछताछ की जाए, जिससे सारा राज सामने आ जाए।
सब्बीर ने कहा कि मेरी बेटी को फांसी होने वाली है। हम लोग विदेश मंत्रालय (दिल्ली) गए थे। आश्वासन मिला है। सब्बीर ने कहा कि यदि सरकार दुबई के बादशाह से बात कर ले तो हमारी बेटी की जान बच सकती है, या फिर आरोप लगाने वाली फैमली उसे माफ कर दें। बेटी 2021 में वहां गई थी।
फिलहाल, मटौंध थाना के पुलिस ने बताया कि कोर्ट के आदेश पर मामला दर्ज किया गया है। पीड़ित ने आगरा के रहने वाले युवक समेत 4 लोगों पर आरोप लगाए हैं। विवेचना की जा रही है।