तेल अवीव : इजरायल ने हमास के साथ जारी युद्ध के बीच सुरक्षा चिंताओं को देखते हुए अपने नागरिकों के लिए मुस्लिम देशों की यात्रा न करने की सलाह दी है। इजरायली प्रधानमंत्री कार्यालय से जारी एक बयान में कहा गया है कि "जिन मुस्लिम देशों के लिए यात्रा अलर्ट जारी किए गए हैं, उनमें मलेशिया, बांग्लादेश और इंडोनेशिया के साथ-साथ मालदीव जैसे बिना यात्रा अलर्ट वाले मुस्लिम देशों की यात्रा करने से बचें।" इसके अलावा इजरायली नागरिक अगली सूचना तक तुर्किये (तुर्की), मिस्र (और सिनाई), जॉर्डन, संयुक्त अरब अमीरात, बहरीन और मोरक्को सहित किसी भी मध्य पूर्वी या अरब देशों की यात्रा से बचें। इजरायल ने कहा कि विदेशों में उसके नागरिक सुरक्षित नहीं हैं और मिस्र, जॉर्डन और मोरक्को के लिए सुरक्षा अलर्ट बढ़ा दिया गया है।
इजरायल पीएमओ ने एक्स (ट्विटर) पर पोस्ट किया, “प्रधानमंत्री कार्यालय में राष्ट्रीय सुरक्षा परिषद और विदेश मंत्रालय के संयुक्त बयान में विदेश में इजरायली खतरे में हैं - मिस्र (सिनाई सहित), जॉर्डन और मोरक्को के लिए यात्रा अलर्ट का स्तर बढ़ा दिया गया है। इजरायल की राष्ट्रीय सुरक्षा परिषद ने बुधवार को अरब देशों की यात्रा करने वाले नागरिकों के खिलाफ नई चेतावनी जारी की, जिसमें तुर्की को सबसे बड़ा खतरा बताया गया। तुर्की की यात्रा के विरुद्ध चेतावनी अब स्तर 4 पर है, जो उच्चतम खतरे का स्तर है। एनएससी ने कहा, "तुर्की में सभी इजरायलियों को तुरंत छोड़ने के लिए कहा जाता है।
वेस्ट बैंक में हजारों की संख्या में फिलिस्तीनियों ने सड़कों पर उतरकर फिलिस्तीनी प्राधिकरण के अध्यक्ष महमूद अब्बास के खिलाफ प्रदर्शन किया है। फिलिस्तीनी महमूद अब्बास से पद छोड़ने की मांग कर रहे हैं। इसके विरोध में रामल्लाह में फिलिस्तीनी बलों ने प्रदर्शनकारियों पर आंसू गैस के गोले दागे। द टाइम्स ऑफ इजराइल की रिपोर्ट के अनुसार, प्रदर्शनकारी इस महीने की शुरुआत में गाजा में इजराइल और हमास के बीच युद्ध शुरू होने के बाद से फिलिस्तीनी प्राधिकरण के प्रमुख राष्ट्रपति महमूद अब्बास के रुखे रवैये को लेकर उनके इस्तीफे की मांग कर रहे हैं।