इस्राइली अधिकारियों के अनुसार, 7 अक्तूबर 2023 को बंदूकधारियों द्वारा सीमा पार से किए गए हमले के बाद से इस्राइल हमास शासित गाजा पट्टी पर बमबारी कर रहा है, जिसमें लगभग 1,200 लोग मारे गए, जिनमें ज्यादातर आम नागरिक थे।
हमास सरकार का कहना है कि इस्राइल के बमबारी अभियान और जमीनी आक्रमण में संकीर्ण फलस्तीनी क्षेत्र में 12,300 से अधिक लोग मारे गए हैं, जिनमें 5,000 से अधिक बच्चे शामिल हैं।
राजधानी तेहरान में इस्लामिक रिवोल्यूशनरी गार्ड कॉर्प्स एयरोस्पेस फोर्स सेंटर में एक भाषण में खामेनेई ने कहा, 'गाजा में जायोनी शासन (इस्राइल) की हार एक सच्चाई है।'
उन्होंने कहा कि अस्पतालों या लोगों के घरों में घुसना कोई जीत नहीं है, क्योंकि जीत का मतलब दूसरे पक्ष को हराना है। खामेनेई ने आरोप लगाया कि इस्राइल गाजा पर भारी बमबारी के बावजूद हमास को नष्ट करने के अपने घोषित लक्ष्य को हासिल करने में अब तक विफल रहा है।
उन्होंने आगे कहा कि इससे अमेरिका और पश्चिमी देशों की अक्षमता झलकती है, जो इस्राइल का समर्थन करते हैं। ईरान ने 7 अक्तूबर के हमले को सफलता बताया है लेकिन किसी भी प्रत्यक्ष भागीदारी से इनकार किया है।
तेहरान ने 1979 की इस्लामी क्रांति के बाद से फलस्तीनी मुद्दे के समर्थन को अपनी विदेश नीति का केंद्रबिंदु बना लिया है। खामेनेई ने कहा कि इस्राइल ने हजारों बच्चों को मार डाला और उसे इसका कोई पछतावा भी नहीं क्योंकि वह खुद को श्रेष्ठ मानते हैं।
खामेनेई ने इस्राइल के साथ मुस्लिम देशों से औपचारिक संबंधों को तोड़ने और व्यापार रोकने का आग्रह किया। उन्होंने कहा, कि कुछ इस्लामिक सरकारों ने अभी तक (गाजा में इस्राइल की कार्रवाई) निंदा नहीं की है, लेकिन यह स्वीकार्य नहीं है।