दिल्ली. मध्यप्रदेश के छिंदवाड़ा में किडनी फेल होने से 14 मासूमों की मौत हो गई। 1 से 5 साल तक के इन बच्चों को सर्दी, खांसी और बुखार हुआ था। इस मामले को लेकर दिल्ली तक हलचल मची हुई है। कफ सिरप मामले को लेकर केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय में रविवार को बड़ी बैठक हुई।
बैठक में सभी राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों के स्वास्थ्य सचिव शामिल हुए। केंद्रीय स्वास्थ्य सचिव पुण्य सलिल श्रीवास्तव की अध्यक्षता में हुई बैठक में कई अहम निर्देश राज्यों को दिए गए। उन्होंने राज्यों को स्पष्ट कहा है कि किसी भी स्तर पर लापरवाही बर्दाश्त नहीं की जाएगी। मौजूदा दवा फैक्ट्रियों की जांच होगी। नियम पालन न होने पर फैक्ट्री का लाइसेंस रद्द होगा।
मध्य प्रदेश के छिंदवाड़ा में किडनी फेल होने से हुई 14 मासूमों की मौत के बाद आरोपी डॉक्टर को शनिवार देर रात ही एसपी की स्पेशल टीम द्वारा हिरासत में ले लिया गया था। वहीं रविवार को डॉक्टर प्रवीण सोनी पर मामला दर्ज कर उन्हें गिरफ्तार किया गया।
इधर IMA गिरफ्तार डॉक्टर के समर्थन में आ गया है। IMA ने कहा कि डॉक्टर नहीं, दवा कंपनी और लायसेंसिंग एजेंसी पर कार्रवाई की जाए। डॉक्टर ने वहीं दवा लिखी, जो बाजार में उपलब्ध थी। डॉक्टर की तुरंत रिहाई की मांग की। अगर रिहाई नहीं हुई तो 7 अक्टूबर से चिकित्सा सेवा ठप करने की भी चेतावनी दी।