नोएडा. मंगलवार 4 जून 2024 को केन्द्रीय आर्य युवक परिषद के तत्वावधान में डॉ. अमिता चौहान व डॉ. अशोक कुमार चौहान के सानिध्य में एमिटी कैम्पस, सेक्टर-44, नोएडा मे चल रहे, युवक चरित्र निर्माण शिविर के चतुर्थ दिवस पर मुख्य वक्ता प्रिंसिपल ऋचा गुप्ता (युवती परिषद की प्रदेश महामंत्री) ने सफलता के सूत्र विषय पर सम्बोधित करते हुए कहा की जन्म से लेकर प्रत्येक कदम पर होने वाले परिवर्तन का नाम हीं सफलता है.
सफलता कोई निश्चित लक्ष्य नही, अपितु मंजिल तक पहुंचना निरंतर आगे बढ़ते रहना कभी रुकना नहीं सफलता का आधार है. सबसे पहले विचार का आना और उस पर तुरंत कार्य करना उस विचार की सफलता है. यदि हम विचार के आने के बाद किंतु परंतु की सोच के झंझट मे पड़ जाते है, जो कि दलदल है तब वह विचार नष्ट हो जाता है.
इसे दूर करने के लिए हमे ध्यान करना होगा, हमारे पास ऊर्जा बहुत है उसे अलग-अलग विधियों से प्रयोग मे लाकर स्वयं को देखने का प्रयास करना चाहिए. किसी भी विचार की पूर्णता के लिए सबसे पहले स्वास्थ्य, रिश्ते, नागरिक संबंध, नियमित अभ्यास और लक्ष्य की ओर दीवांगी का होना अत्यंत आवश्यक है.
आर्य युवती परिषद दिल्ली प्रदेश कि प्रदेश अध्यक्ष अर्चना पुष्करणा ने सभी को ऋषि के गीत से मंत्र मुग्ध कर दिया. साथ हीं उन्होंने कार्यक्रम की सफलता की सभी को बधाई दी. परिषद के राष्ट्रीय अध्यक्ष अनिल आर्य ने कहा कि शुभ संकल्प के साथ ईश्वर में जो आस्था रखते हुए पुरुषार्थ करता है. वह जीवन मे सभी सफलताओं को प्राप्त करते हुए सुखी जीवन व्यतीत करता है. ऐसा व्यक्ति समाज राष्ट्र व् विश्व के लिए कल्याणकरी होता हैं, यह तभी संभव है.
जब व्यक्ति अनुशासन में रहकर अपने कर्तव्यों की पूर्ति करता है. शिविराथियों ने सामूहिक गीत प्रस्तुत किया. जिसकी सभी ने सराहना की. परिषद के राष्ट्रीय महामंत्री महेंद्र भाई ने युवको को सन्ध्या व् यज्ञ के महत्व को बताया जिसे जीवन में दैनिक चर्या के रूप में अपनाने की आवश्यकता है.
यज्ञवीर चौहान ने कहा कि महर्षि दयानन्द की शिक्षाओं पर चलने की आवश्यकता, उनके बताए आदर्श आज भी प्रासंगिक हैं. इस अवसर पर मुख्य रूप से सर्वश्री प्रवीण आर्य, योगेंद्र शास्त्री, सौरभ गुप्ता, अरुण आर्य, नसीब, विकास, विवेक अग्निहोत्री, प्रदीप, मोहित, रोहित, त्रिलोक आर्य, पिंकी आर्या, आस्था आर्या आदि उपस्थित रहे.
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