SEBI On Adani Group :
दुनिया के दिग्गज कारोबारी गौतम अडानी (Gautam Adani) के ग्रुप को फिलहाल कुछ ही दिनों में भारी नुकसान का सामना करना पड़ा है. हिंडनबर्ग की रिपोर्ट (Hindenberg Report) के बाद से अडानी की तीन कंपनियों के शेयरों में भारी गिरावट आई है. इससे अडानी ग्रुप (Adani Group) की मार्केट वैल्यू भी बेहद गिर गई हैं. साथ ही निवेशकों को भी जबरदस्त नुकसान झेलना पड़ा है. इस मामले पर आज सिक्योरिटीज एंड एक्सचेंज बोर्ड ऑफ इंडिया (SEBI) ने अपना बयान जारी किया है. जानिए सेबी ने क्या है...
बाजार की गिरावट के मामले पर सेबी का कहना है कि, वह बाजार में निष्पक्षता, कुशलता और उसकी मजबूत बुनियाद बनाए रखने के लिए प्रतिबद्ध है. सेबी ने अडानी ग्रुप का नाम लिए बिना ही अपनी बात कही है. सेबी ने कहा कि, हम यह सुनिश्चित करने के लिए प्रतिबद्ध है कि शेयर बाजार निर्बाध, पारदर्शी, कुशल तरीके से काम करे, जैसा कि अब तक होता रहा है. साथ ही बाजार में निवेशकों के साथ किसी तरह का खिलवाड़ नहीं होने दिया जाएगा.
सेबी ने कहा कि, पिछले सप्ताह के दौरान एक कारोबारी समूह के शेयरों की कीमत में असामान्य उतार-चढ़ाव देखने को मिला है. बाजार के सुचारू और कुशल तरीके से काम करने के लिए किसी खास शेयरों में अत्यधिक उतार-चढ़ाव से निपटने को लेकर सभी निगरानी व्यवस्था मौजूद है. सेबी ने यह भी कहा कि सभी विशिष्ट मामलों के संज्ञान में आने के बाद सेबी उनकी जांच करता है और उचित कार्रवाई करता है. मालूम हो कि 7 दिन के अंदर ही अडानी ग्रुप के शेयरों में काफी उथल-पुथल हुई है.
भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) ने अडानी समूह के भारतीय बैंकों की ओर से दिए गए लोन पर बैंकिंग सेक्टर के रेग्युलेटर बयान जारी किया है. आरबीआई का कहना है कि, रेग्युलेटर और बैंकों के सुपवाइजर होने के नाते आरबीआई पूरे बैंकिंग सेक्टर और प्रत्येक बैंकों पर लगातार निगरानी बनाए रखता है, जिससे फाइनेंशियल स्टेबिलिटी बनी रहे.
अमेरिका की हिंडनबर्ग एजेन्सी की एक रिपोर्ट में अडानी ग्रुप पर धोखाधड़ी का आरोप लगाया गया था. इसके बाद से ही अडानी ग्रुप की कंपनियों के शेयरों में भारी गिरावट देखने को मिली है. साथ ही अडानी ग्रुप की मार्केट वैल्यू काफी गिर गई है. इसके अलावा अडानी ग्रुप ने अपनी कंपनी अडानी एंटरप्राइजेज (Adani Enterprises) के एफपीओ (FPO) को भी रद्द कर दिया था.