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फिल्मकार लीना मणिमेकलई की डाक्यूमेंट्री 'काली' के पोस्टर पर विवाद बढ़ता ही जा रहा है। 'मां काली' के विवादित पोस्टर मामले को लेकर कनाडा में भारतीय उच्चायोग ने बयान जारी किया है। भारतीय उच्चायोग ने कनाडाई प्राधिकारियों से लघु फिल्म 'काली' से जुड़ी सभी आपत्तिजनक सामग्री हटाने की अपील की है। उच्चायोग ने कनाडा में मौजूद हिंदू समुदाय के नेताओं से वहां प्रदर्शित लघु फिल्म के पोस्टर में हिंदू देवी के अपमानजनक चित्रण को लेकर शिकायतें मिलने के बाद यह कदम उठाया है।
साल 2021 में प्रदर्शित 'मादाथी-एन अनफेयरी टेल' से अपने निर्देशन करियर की शुरुआत करने वाली मणिमेकलई धार्मिक चित्रण को लेकर विवादों में घिरने वाली पहली फिल्मकार नहीं हैं। साल 2017 में फिल्मकार सनल कुमार शशिधरन की मलयालम फिल्म 'सेक्सी दुर्गा' के शीर्षक को लेकर केरल में विवाद खड़ा हो गया था। बाद में फिल्म का नाम बदलकर 'एस दुर्गा' कर दिया गया था।
टोरंटो में रहने वाली फिल्मकार लीना मणिमेकलई ने शनिवार यानी 2 जुलाई को ट्विटर पर अपनी लघु फिल्म 'काली' का पोस्टर शेयर किया था, जिसमें हिंदू देवी को धूम्रपान करते और हाथ में एलजीबीटीक्यू समुदाय का झंडा थामे हुए दिखाया गया है। इस पोस्टर के सामने आने के बाद मणिमेकलई पर धार्मिक भावनाओं को आहत करने के आरोप लगने लगे। यही नहीं, सोशल मीडिया पर उनके खिलाफ 'अरेस्ट लीना मणिमेकलई' (लीना मणिमेकलई को गिरफ्तार करो) हैशटैग ट्रेंड करने लगा।
गौ महासभा' नामक समूह के एक सदस्य ने बताया कि उसने दिल्ली पुलिस में मणिमेकलई के खिलाफ शिकायत दर्ज कराई है। ओटावा में भारतीय उच्चायोग की ओर से सोमवार को जारी बयान में कहा गया है कि उसे कनाडा में मौजूद हिंदू समुदाय के नेताओं से उस लघु फिल्म के पोस्टर में हिंदू देवी के 'अपमानजनक चित्रण'को लेकर शिकायतें मिली हैं, जिसका 'अंडर द टेंट' प्रोजेक्ट के तहत टोरंटो के आगा खान संग्रहालय में प्रदर्शन किया गया था।
बयान के मुताबिक, "टोरंटो में हमारे महावाणिज्य दूतावास ने कार्यक्रम के आयोजकों को इन चिंताओं से अवगत कराया है। हमें यह भी जानकारी मिली है कि कई हिंदू संगठनों ने मामले में कार्रवाई के लिए कनाडाई अधिकारियों से संपर्क किया है।" इसमें कहा गया है, हम कनाडाई अधिकारियों और कार्यक्रम के आयोजकों से इस तरह की भड़काऊ सामग्री को वापस लेने का आग्रह करते हैं।
तमिलनाडु के मदुरै में जन्मी मणिमेकलई ने सोमवार को कहा कि वह जब तक जिंदा हैं, तब तक बेखौफ होकर अपनी आवाज का इस्तेमाल करती रहेंगी। विवाद पर प्रकाशित एक लेख पर प्रतिक्रिया देते हुए मणिमेकलई ने ट्वीट किया, "मेरे पास खोने के लिए कुछ भी नहीं है। मैं जब तक जिंदा हूं, एक ऐसी आवाज के साथ जीना चाहती हूं,
फिल्म मेकर लीना मणमिकलई की डाक्यूमेंट्री काली के विवादित पोस्टर पर दी प्रतिक्रिया