रतलाम जिले के (प्रस्तावित जिले) जावरा को अनेक बीमारियों ने जकड़ रखा हैं. मैं शासकीय चिकित्सालय में अच्छे विशेषज्ञ डॉक्टर की पोस्टिंग की बात नहीं कर रहा शासकीय चिकित्सालय के उन्नयन पर अब तक करीब 10 करोड़ खर्च होने के बावजूद भी जो संसाधन चाहिए वह उपलब्ध नहीं हैं. यहां विशेषज्ञ डॉक्टर की पोस्टिंग हो नहीं सकती इसलिए इसे रेफर हॉस्पिटल कहना कोई अतिशयोक्ति की बात नहीं है. मैं उन बीमारियों का जिक्र कर रहा हूं जिनका समय रहते उपचार होना जरूरी है. नई दिल्ली -मुंबई 8 लेन सड़क मार्ग, नई दिल्ली-मुंबई रेल सेवा एवं देश के प्रत्येक राज्य तक आवागमन का जावरा महत्वपूर्ण केंद्र बिंदु होने की उपलब्धि मिलने के बावजूद जावरा की महत्ता शायद ही कोई समझने को तैयार हैं.
टू व्हीलर वाहन एक्सीडेंट की बढ़ती हुई रफ्तार की रोकथाम हेतु सड़क निर्माण एजेंसी द्वारा ट्राफिक नियमों की अवहेलना एवं सर्विस लेन की कमी, फोरलेन की सर्विस लेन पर कैंसर की तरह फैलता अतिक्रमण, फोरलेन एवं टू लेन सड़क को विभाजित कर सड़क के बीचो -बीच डिवाइडर, लाइटिंग एवं पौधारोपण, बारंबार पेयजल संकट के निराकरण हेतु स्थाई पेयजल योजना (प्रतिवर्ष पेयजल परिवहन पर करीब एक करोड़ रुपए खर्च होते हैं) शहर की बड़ी सड़कों के बीच डिवाइडर, पौधारोपण एवं लाइटिंग, बढ़ते अपराधों की रोकथाम एवं ट्रैफिक व्यवस्था सुधार हेतु सीसीटीवी कैमरे, राष्ट्रीय पर्व, धार्मिक एवं सांस्कृतिक आयोजन खेलकूद एवं बड़ी जनसभाओं के लिए स्टेडियम (अस्थाई व्यवस्था में प्रतिवर्ष हजारों रुपए खर्च होते हैं), पुरानी धानमंडी के बीचो बीच कबाड़ की बेतरतीब दुकाने अन्यत्र (रामबाग परिसर) शिफ्ट करने, शहर में बढ़ते प्रदूषण की रोकथाम हेतु वाहनों के नए लाइसेंस की रोकथाम एवं इलेक्ट्रॉनिक वाहन के संचालन हेतु अनुमति, एकांकी मार्ग का कठोरता से पालन, जावरा नगर पालिका मे रिक्त प्रमुख अधिकारियों की नियुक्तियों के अलावा जलकल यंत्री एवं लैब टेक्नीशियन की नियुक्ति, कोर्ट परिसर में बेतरतीब खड़े वाहनों की समुचित पार्किंग, राष्ट्रीयकृत एवं निजी बैंक के सामने वाहनों का अंबार, उज्जैन जिले के खाचरोद नगर जैसा शानदार उद्यान, दुनिया भर में मशहूर हुसैन टेकरी शरीफ एवं करीब 450 वर्ष प्राचीन श्री जागनाथ महादेव मंदिर को पर्यटक स्थल घोषित करने, विधि महाविद्यालय (लॉ कॉलेज) इंजीनियरिंग कॉलेज, प्रथक कन्या महाविद्यालय की कमियां दूर करना एवं सौगात दिलाने के लिए एक अच्छे डॉक्टर की दरकार हैं. सत्ता हो या प्रतिपक्ष दोनों मिलकर एक अच्छे डॉक्टर बन सकते हैं. हमारी लेखनी पर किसी की नजर पढ़े या नहीं, उचित कार्रवाई हो या ना हो किंतु जनहित सर्वोपरि मानकर हमारी कलम चलती रहेगी...।
जय हिंद....जय भारत...सत्यमेव जयते