आमेट.
प्रजापिता ब्रह्माकुमारी की ईश्वरीए विश्वविद्यालय द्वारा पांच दिवसीय राजयोग मेडिटेशन शिविर का आयोजन किया जा रहा है। उसमें आमेट सेवा केंद्र की संचालिका ब्रह्माकुमारी गौरी दीदी ने स्वयं की पहचान देते हुए कहा कि मैं इस शरीर से अलग एक चैतन्य शक्ति आत्मा हूं ! और आत्मा सातों गुनो से भरपूर है।
जैसे की शांति, प्रेम,आनंद, पवित्रता, शक्ति ज्ञान यदि हम इन गुना को अपने जीवन में धारण करके कर्म करते हैं। तो वह कम वास्तव में श्रेष्ठ कर्म कहलाते हैं। और हम अपने कर्मों द्वारा सबको सुख पहुंचा सकते हैं।
मन को शक्तिशाली बनाने के लिए हमें अपने मन बुद्धि को परमात्मा से कनेक्ट करना होगा। हमारा मां शक्तिशाली बनेगा और जब मां शक्तिशाली बनेगा तब हम मन के रोगों से जैसे की चिंता डिप्रेशन जैसी बीमारियां से दूर रहेंगे। और हमारा मन खुशनुमा बन जाएगा। और साथ ही राजसमन्द केंद्र की संचालिका ब्रह्माकुमारी पूनम दीदी ने सबसे प्रचलित करते हुए आत्मा की ज्योति सदा जगी रहे और अंतर की बुराइयां छोड़ने की प्रतिज्ञा कराई। इस अवसर पर गांव के बुजुर्ग, महिला, युवा आदि भाग ले रहे है।
● M. Ajnabee. Kishan paliwal