आमेट. रेल्वे स्टेशन पापा कॉलोनी में माहिराम मंदिर परिसर मैं नो दिवसीय संगीतमय राम कथा महोत्सव का भव्य आयोजन हो रहा है. 16 जनवरी 2025 को प्रातः भव्य कलश यात्रा के साथ शुरू हुई, संगीत रामकथा का आयोजन श्री माहिराम मन्दिर समिति एव समस्त ग्रामवासियो के सहयोग से किया जा रहा है.
कथा के चोथे दिन कथाव्यास पर विराजित स्वामी रामस्वरूप दास महाराज ने रामकथा में भगवान श्रीराम के जन्मोत्सव की कथा का वाचन करने हुए बताया कि भगवान राम का जन्म किन कारणों से हुआ एव क्यो हुआ. यह बताया राम जन्म कोई साधारण जन्म नहीं है. जिस समय भगवान धरती पर पधारे उस समय योग लग्न ग्रह वार तिथि सब अनुकुल हो गये थै.
रामजन्म का समय सबके लिए सुकून भरा था. एवं उसे समय में किए गए कार्यसिद्ध योग हो जाता है. राम जन्म के समय सृष्टि के सभी देवता, नर नारी का रूप बनाकर स्वर्ग लोक से अपना-अपना उपहार लेकर अयोध्या में राम दर्शन के लिए पधारे एवं उसे समय सृष्टि के सभी पर्वत तीर्थसागर ऋषि मुनिज्ञानी तपस्वी यति सन्यासी लोग योगी संत महंत महामंडलेश्वर मंडलेश्वर महंत श्रीमहंत अयोध्या में आकर राम दर्शन कर 6 महीने का कल्पवास किया. इसलिए अयोध्या रुपी सृष्टि आती मंगलदाई है. इसलिए इस महान काली काल में जीव को मन एवं आत्मा की शांति केवल सत्संग से मिल सकती है. इसलिए जीव को हर समय सत्संग करना चाहिए.
गोस्वामी तुलसीदास जी महाराज ने कहा कि रामचरित मानस हमारे जीवन का दर्पण है. अयोध्या के नर नारी हमें सिखाते हैं कि भगवान से प्रेम कैसे किया जाता है. पूरी अयोध्यापुरी में रामधन का जन्म का महोत्सव बड़े ही हषोंउल्लास के साथ मनाया गया. मंगल गीत गाए गए. इस दौरान नगर के कई महिला पुरुष कथा पंडाल में मौजूद रहकर संगीत में कथा का श्रवण पान किया.
M. Ajnabee, Kishan paliwal