आमेट. तेरापंथ भवन में विराजित युगप्रधान आचार्य श्री महाश्रमण जी की सुशिष्या साध्वी श्री सम्यक प्रभाजी ठाणा 4 के सान्निध्य में समण संस्कृति संकाय द्वारा आयोजित जैन विद्या परिक्षा के प्रमाण पत्र व पुरस्कार वितरण कार्यक्रम का आयोजन किया गया।
साध्वी श्री सम्यक प्रभाजी ने अपने मंगल उद्बोधन में फरमाया कि जैन विद्या की परिक्षायें जैन धर्म के चौबीसवें तीर्थंकर भगवान महावीर के सिद्धांतों एवं जैन दर्शन को जानने, समझने एवं ज्ञान के विकास का सशक्त माध्यम है।
भावी पीढी को इन परीक्षाओ से जुड़ना चाहिए। जैन विद्या परीक्षा से नॉलेज पावर बढ़ता है। जैन विद्या मेवाड़ आंचलिक संयोजक मनोहर लाल दुग्गड, आमेट केंद्र व्यवस्थापक देवेंद्र पितलिया, सह केंद्र व्यवस्थापक विपुल पीतलिया सभी के अथक प्रयास से केंद्र द्वारा निर्देशित जैन विद्या परीक्षा विगत 4 वर्षों से ऑनलाइन माध्यम से आयोजित हो रही है, जिसमें गत वर्ष 2024 की परीक्षा में आमेट से कुल 112 विद्यार्थी ने भाग लिया।
इसमें से 84 विद्यार्थी उत्तीर्ण हुये।प्रायोजक महेंद्र कुमार संजय कुमार बोहरा द्वारा पारितोषित दिए गए। जैन विद्या परीक्षा 2024 में आमेट सभा व केंद्र व्यवस्थापक के सक्रिय सहयोग से राष्ट्रीय स्तर पर तृतीय स्थान प्राप्त किया। गत वर्ष भाग 9 में उत्तीर्ण विज्ञ धारक में उमा हिरण, वैशाली हिरण, मंजू हिरण, खुशबू पामेचा, अनीता दुग्गड व भाग 1 व 2 राष्ट्रीय स्तर पर उत्तीर्ण तृतीय स्थान पर सुदीप छाजेड़, ऋषभ डांगी व सम्यक दर्शन कार्यशाला 2024 में देश-विदेश स्तर पर परीक्षार्थियों में टॉप 100 में प्राची कोठारी का 91 वां स्थान व खुशबू पामेचा का 88वां स्थान प्राप्त करने पर गुरुदेव के समक्ष मोमेंटो प्रदान किया गया।
प्रमाण पत्र तेरापंथ सभा अध्यक्ष यशवंत कुमार चोरडिया, महेंद्र कुमार बोहरा, देवेंद्र कुमार मेहता, मनोहर लाल पितलिया, अशोक गेलडा, गणपत लाल डांगी व महिला मंडल मंत्री संगीता चंडालिया, मीना गेलड़ा, मधु बोहरा आदि ने वितरण किये। सरदारगढ़ से पधारे उपासिका शांताबाई ने अपने विचार व्यक्त किया।
श्रावक-श्राविकाओं की अच्छी उपस्थिति रहीं। आभार ज्ञापन व कार्यक्रम का संयोजक देवेंद्र पीतलीया ने किया। स्थानीय सभा द्वारा प्रायोजक व जैन विद्या व्यवस्थापक का उपरणा व साहित्य द्वारा सम्मान किया गया। कार्यक्रम की सूचना जेटीऐन प्रतिनिधि पवन कच्छारा ने दी।