राजसमन्द
वैदिक मंत्रोंचार के साथ संतों का स्वागत सत्कार कसार में : तीन दिवसीय संत समागम हुआ शुरू
manish daveयजमानों ने जोड़े के साथ बैठकर दी हवन यज्ञ में आहुतियां
कसार. (manish dave) चारभुजा निकटवर्ती अरावली की वादीयो में स्थित कसार गांव में बनने जा रहे निर्माणाधीन गुरुकुल पर सनातन वैदिक शिक्षण संस्थान के संयुक्त तत्वाधान में तीन दिवसीय संत समागम का शुक्रवार को अभिजीत मुहूर्त में सूरजकुंड धाम के अवधेश चैतन्य ब्रह्मचारी महाराज एवं संतो के सानिध्य में शुभारंभ हुआ।
संस्थान के अध्यक्ष पंडित उमेश द्विवेदी ने बताया कि वही संतो के अरावली की वादीयो में पहुंचने पर संस्थान के विद्वान ब्राह्मणों एवं ग्रामीणों द्वारा संतो का वैदिक मंत्रोचार एवं पुष्प वर्षा के साथ स्वागत सत्कार कर यज्ञ मंडप में लाए। जहां पर हवन यज्ञ में मंत्रों द्वारा पांच आहुतियां देखकर तीन दिवसीय कार्यक्रम का शुभारंभ किया।
उसके बाद में विद्वान ब्राह्मण पंडितो के मंत्रोचार पर यजमानों द्वारा सपत्नीक जोड़े से बैठक कर हवन यज्ञ में आहुतियां दी। इस तीन दिवसीय संत समागम को लेकर कसार गुरुकुल के निर्माणधीन स्थल पर सैकड़ो की तादात में भामाशाह, समाजसेवी सहित ग्रामीण एवं श्रद्धालु भक्त गण पहुंचे। जहां इस महायज्ञ में अपना योगदान देखकर संतों का आशीर्वाद लिया।
अवधेश चैतन्य ब्रह्मचारी महाराज ने कहा कि आज के युग में हमारी वैदिक संस्कृति लुप्त होने जा रहे हैं वही इसको जीवित एवं वैदिक संस्कृति के उत्थान के लिए गुरुकुलों की बहुत आवश्यकता है और इन्हीं के माध्यम से वैदिक संस्कृति का संवर्धन एवं संरक्षण होता है, इसी संकल्प को लेकर कसर की सनातन वैदिक शिक्षक संस्थान विगत 24 वर्षों से अनवरत 15 दिवसीय आवासीय वैदिक संस्कार शिविर का आयोजन कर रहा है।
अब इस कार्य को वर्ष पर्यंत करने के लिए एक गुरुकुल की आवश्यकता है जिसमें वैदिक शिक्षा के साथ में आधुनिक शिक्षा भी दी जा सके। इस हेतु समस्त संतों का आशीर्वाद एवं मार्गदर्शन प्राप्त करने के लिए गुरुकुल की भूमि पर एक संत समागम का शुभारंभ हुआ जो रविवार तब चलेगा।
संत समागम में सूरजकुंड धाम के अवधेशानंद चैतन्य महाराज, रोकडिया हनुमान के मौनी रामदास महाराज, वृंदावन धाम से दंडी स्वामी गोपाल आश्रम जी महाराज, राजनगर से संत बिहारी दास महाराज, संत श्याम दास महाराज राजनगर सहित विभिन्न संतों का आशीर्वाद प्राप्त हुआ।
आयोजन के दौरान संस्थान के विद्वान पंडितो द्वारा देव यज्ञ एवं विभिन्न स्रोतों के पाठ प्रारंभ किया जो 3 दिन तक चलेगा। कार्यक्रम में सैकड़ो की तादात में आसपास सहित दूर दराज से समाजसेवी, भामाशाह एवं भक्त महिलाए, पुरुष दर्शनों को पहुंचे जहां पर संतों के दर्शन कर आशीर्वाद लिया। वही संतों के ठहरने को लेकर संस्थान द्वारा कुटिया तैयार की गई जहां पर संतों का रात्रि विश्राम रहेगा। शुक्रवार रात्रि में रामायण, सुंदरकांड सहित पाठ एवं राम धुन होगी। आज दिनभर हवन यज्ञ एवं रात्रि में विशाल भजन संध्या का आयोजन होगा।