निवेश
पर्सनल लोन की बजाए गोल्ड लोन है सबसे बेहतर और सस्ता उपाय, जाने क्या है तरीका
Paliwalwaniअगर आपको आने वाले दिनों में किसी काम के लिए पैसों की जरूरत है. और आपको इस जरूरत को पूरा करने के लिए लोन चाहिए, लेकिन बैंक या किसी दूसरी संस्था से लोन मिलने में आपको परेशानी का सामना करना पड़ रहा है. तो, आपको बता दें कि अब आपको चिंता करने की कोई जरूरत नहीं है. आप अपने घर पर रखे सोने के बदले लोन ले सकते हैं. इसे गोल्ड लोन कहा जाता है. गोल्ड लोन एक सिक्योर्ड लोन (Secured Loan) होता है, जिसमें कर्जदाता के पास सोने की आइटम जैसे ज्वैलरी आदि कोलेटरल के तौर पर यानी गिरवी रखे जाते हैं. कर्जदाता सोने को सिक्योरिटी के तौर पर मानकर व्यक्ति को लोन जारी कर देता है.
किसी वित्तीय संस्था से पैसे उधार लेते समय पर्सनल लोन के बदले गोल्ड लोन भी लिया जा सकता है.
आपको गोल्ड लोन कहां से मिल सकता है?
बैंकों जैसे SBI, ICICI बैंक, HDFC बैंक आदि से गोल्ड लोन लिया जा सकता है. इसके अलावा नॉन-बैंकिंग फाइनेंशियल कंपनियां भी ग्राहकों को गोल्ड लोन देती हैं. जो NBFCs गोल्ड लोन देती हैं, उनमें मुथूट फाइनेंस , मणप्पुरम फाइनेंस आदि शामिल हैं.
गोल्ड लोन के तौर पर कितनी राशि ले सकते हैं?
गोल्ड लोन के तौर पर व्यक्ति कितनी राशि उधार ले सकता है, यह कर्जदाता पर निर्भर करता है. उदाहरण के लिए, ICICI बैंक 10,000 रुपये से लेकर 1 करोड़ रुपये की राशि का गोल्ड लोन पेश करता है. वहीं स्टेट बैंक ऑफ इंडिया यानी एसबीआई में 20,000 रुपये से 20 लाख रुपये तक की राशि का गोल्ड लोन मिलता है. दूसरी तरफ, मुथूट फाइनेंस में 1,500 रुपये से शुरू होकर गोल्ड लोन मिलता है, जिसमें अधिकतम कोई सीमा मौजूद नहीं है. अगस्त 2020 में, RBI ने अपने रेगुलेटरी सेटलमेंट के जरिए लोन टू वैल्यू रेश्यो को 75 फीसदी से बढ़ाकर 90 फीसदी तक कर दिया था.
क्या गोल्ड लोन को अवधि खत्म होने से पहले चुकाया जा सकता है?
चाहे आपके पास ईएमआई रिपेमेंट प्लान है या बुलेट पेमेंट शेड्यूल के साथ गोल्ड लोन मौजूद है, आपके पास लोन की अवधि खत्म होने से पहले पूरी राशि का भुगतान करने का विकल्प मौजूद रहता है. हालांकि, गोल्ड लोन में आम तौर पर प्री-क्लोजर फीस लागू होती है, जो बैंक या NBFC पर निर्भर करती है.
गोल्ड लोन की अवधि कितनी होती है?
गोल्ड लोन की अवधि कर्जदाता पर निर्भर करती है. उदाहरण के लिए, HDFC बैंक तीन से 24 महीने की अवधि के लिए गोल्ड लोन देता है. वहीं, एसबीआई गोल्ड लोन के लिए अधिकतम अवधि 36 महीने की होती है. वहीं, मुथूट फाइनेंस अलग-अलग रिपेमेंट टर्म के साथ कई गोल्ड लोन प्लान पेश करते हैं.
गोल्ड लोन पर लगने वाले चार्ज क्या होते हैं?
प्रोसेसिंग फीस के अलावा, कर्जधारकों को गोल्ड की वैल्युएशन के लिए भी भुगतान करना पड़ सकता है, जिसे वे गिरवी रख रहे हैं. उदाहरण के लिए, HDFC बैंक 1.5 लाख रुपये तक के लोन पर 250 रुपये और 1.5 लाख रुपये से ज्यादा की वैल्युएशन कॉस्ट के लिए 500 रुपये चार्ज करता है.
गोल्ड लोन लेने के लिए किन दस्तावेजों की जरूरत पड़ती है?
गोल्ड लोन लेने के लिए आपको बैंक या NBFC को कुछ दस्तावेज जमा करने होंगे. आपके पहचान पत्र (पैन, आधार आदि) और घर के पते के प्रमाण (आधार, पासपोर्ट, वोटर आईडी कार्ड आदि) की आम तौर पर जरूरत पड़ती है. इसके साथ आपकी फोटोग्राफ भी चाहिए होगी. इनके अलावा कोई अतिरिक्त दस्तावेज की जरूरत बैंक पर निर्भर करेगी.