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UK Inflation Rise : ब्रिटेन में महंगाई ने तोड़ा 40 साल का रिकार्ड
Paliwalwani
लंदन : खाद्य पदार्थों (foodstuffs) और ऊर्जा कीमतों में बढ़ोतरी के चलते ब्रिटेन (Britain) की मुद्रास्फीति दर जुलाई में बढ़कर 40 साल के नए उच्चतम 10.1 प्रतिशत पर पहुंच गई. राष्ट्रीय सांख्यिकी कार्यालय (ओएनएस) ने बुधवार को कहा कि उपभोक्ता मूल्यों पर आधारित मुद्रास्फीति (inflation) दो अंकों में पहुंच गई है, जो जून में 9.4 प्रतिशत से अधिक थी. यह आंकड़ा विश्लेषकों के 9.8 प्रतिशत के पूर्वानुमान से अधिक है.
बयान के मुताबिक यह वृद्धि मुख्य रूप से खाद्य वस्तुओं, ऊर्जा, टॉयलेट पेपर और टूथब्रश समेत रोजमर्रा की वस्तुओं की कीमतों में हुई बढ़ोतरी के चलते हुई है. अधिकांश अर्थशास्त्रियों का मानना है कि आने वाले समय में महंगाई और बढ़ सकती है. बैंक ऑफ इंग्लैंड(England) का कहना है कि प्राकृतिक गैस (natural gas) की कीमतों में बढ़ोतरी से उपभोक्ता मूल्य पर आधारित मुद्रास्फीति अक्तूबर में बढ़कर 13.3 प्रतिशत हो सकती है.
देश में मंदी की आशंका गहराई
वित्त मंत्री ऋषि सनक ने कही बड़ी बात : भारतीय मूल के वित्त मंत्री ने कहा कि हम इन वैश्विक चुनौतियों से पूरी तरह से लोगों की रक्षा नहीं कर सकते हैं, लेकिन जहां हम कर सकते हैं वहां महत्वपूर्ण सहायता प्रदान कर रहे हैं और आगे की कार्रवाई के लिए तैयार हैं। ओएनएस डाटा के अनुसार, अप्रैल में रोजमर्रा की वस्तुओं और सेवाओं के लिए कीमतों में व्यापक आधार पर बढ़ोतरी दर्ज की गई, जिसमें बहुमत महीने की शुरुआत में ऊर्जा मूल्य कैप में 54 प्रतिशत की वृद्धि का है। इसके अलावा पेट्रोल-डीजल की बढ़ती कीमतें भी मुद्रास्फीति को बढ़ाने में प्रमुख कारक रही हैं।
बिजली और गैस की कीमतों का असर : ओएनएस के मुख्य अर्थशास्त्री ग्रांट फिट्जनर ने कहा कि अप्रैल महीने में मुद्रास्फीति में तेज वृद्धि हुई, जो कि बिजली और गैस की कीमतों में तेज बढ़ोतरी के कारण है। इसके अलावा धातुओं, रसायनों और कच्चे तेल की कीमतों में भारी वार्षिक वृद्धि भी जारी रही। उन्होंने कहा कि मुद्रास्फीति में यह बढ़ोतरी खाद्य उत्पादों, परिवहन, धातुओं, मशीनरी और उपकरणों में वृद्धि से प्रेरित रही। बता दें कि मार्च महीने में देश की महंगाई दर 30 साल के शिखर पर पहुंची थी, जिसमें और तेज इजाफा हुआ है। बैंक ऑफ इंग्लैंड ने पहले से ही मुद्रास्फीति में बढ़ोतरी की चेतावनी जारी की थी।
10% पहुंचने की जताई है संभावना : इस महीने की शुरुआत में बैंक ऑफ इंग्लैंड ने अपने पूर्वानुमानों को जारी करते हुए चेतावनी दी थी कि इस साल के अंत में मुद्रास्फीति 10 प्रतिशत से ऊपर हो जाएगी। बैंक ने चेतावनी दी है कि तनाव के परिणामस्वरूप मंदी और बेरोजगारी में वृद्धि हो सकती है। देश में लगातार बढ़ती महंगाई को लेकर विपक्ष ने भी सरकार को निशाने पर लिया है। विपक्षी लेबर पार्टी के शैडो चांसलर राहेल रीव्स ने कहा कि महंगाई में इजाफे की यह खबर पहले से ही त्रस्त परिवारों के लिए एक बड़ी चिंता का विषय है।