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साउथ अफ्रीका भारतीयों के लिए बनी पहली पसंद...!
paliwalwaniसाउथ अफ्रीकन टूरिज्म ने आईटीसी ग्रैण्ड सेंट्रल, मुंबई में अपना 20 वां एनुअल इंडिया रोडशो किया है. इसकी पिछले साल हुई यात्राओं की शानदार गति को बनाये रखने और इसका फायदा उठाने की योजना है. जयपुर में 11 फरवरी को हुई पैनल चर्चा के बाद 12 फरवरी से शुरू हुआ ट्रेड शेड्यूल 13 फरवरी को दिल्ली, 14 फरवरी को अहमदाबाद और 15 फरवरी को बेंगलुरु पहुँचा था. रोडशो का आयोजन 5 दिनों में 5 शहरों में हुआ और इसमें 11200 मीटिंग्स हुईं तथा साउथ अफ्रीकन टूरिज्म के लिये मौके पर ही 1,60,000 से ज्यादा लीड्स मिले. इस प्रकार यह पहल काफी सफल रही.
भारत अभी सबसे तेजी से तरक्की कर रहे आउटबाउंड ट्रेवल मार्केट्स में से एक है. यह एशिया और दुनिया के कई देशों से आगे है। साउथ अफ्रीकन टूरिज्म के लिये भारत टॉप-3 फोकस मार्केट्स में से एक है और आने वाले वर्षों के लिये बड़ी संभावना रखता है। 20वां मल्टी-सिटी शेड्यूल साउथ अफ्रीकन टूरिज्म के लिये एक महत्वपूर्ण उपलब्धि है और भारत में बढ़ रहे उसके निवेशों के दो दशक से ज्यादा बीतने की याद दिलाता है।
सुश्री नेलिस्वा न्कानी- हब हेड- मिडिल ईस्ट, इंडिया एण्ड साउथईस्ट एशिया, साउथ अफ्रीकन टूरिज्म के संचालन में हुए रोडशोज में भारत के 40 शहरों से 2000 से अधिक ट्रेवल ट्रेड पार्टनर्स आए थे। व्यापारी समुदाय के साथ जुड़ते हुए, टूरिज्म बोर्ड ने स्थानीय बाजार की महत्वपूर्ण जानकारियाँ दीं, ताकि वे बढ़ती मांग का फायदा उठा सकें। इसके अलावा, टूरिज्म बोर्ड ने दक्षिण अफ्रीका के प्रामाणिक पकवानों की पेशकश करने और मेहमानों को अपनी संस्कृति की झलक देने के लिये होटल के साथ भागीदारी की थी. यह भी पढ़े: Jammu Kashmir Tourism: पर्यटकों को भा रहा जम्मू-कश्मीर, फरवरी में एक लाख से अधिक टूरिस्ट पहुंचे घाटी
रेनबो नेशन के घरेलू व्यवसायों और भारतीय खरीदारों के बीच का रिश्ता मजबूत बनाते हुए, इस रोडशो में दक्षिण अफ्रीका के 42 प्रमुख व्यापार प्रदर्शक आए। इस सभा में भारतीय व्यापार भागीदारों ने उनकी इनवेंटरी को जाना और भविष्य में हो सकने वाले गठजोड़ों को समझा। उल्लेखनीय ढंग से, स्थानीय व्यवसायों में 14 एसएमएमई थे।
उन्होंने अपने समकक्षों को 40% नये उत्पादों वाला एक पोर्टफोलियो दिखाया, जिसमें विविधतापूर्ण एवं किफायती पेशकशें थीं। ऐसे आयोजन दोनों देशों के व्यवसायों को जुड़ने और पारस्परिक रूप से फायदेमंद भागीदारी करने का मंच देते हैं.
इस अवसर पर अपनी बात रखते हुए, सुश्री नेलिस्वा न्कानी- हब हेड- मिडिल ईस्ट, इंडिया एण्ड साउथईस्ट एशिया, साउथ अफ्रीकन टूरिज्म ने कहा, ‘’20वां एनुअल इंडिया रोडशो भारत के लिये साउथ अफ्रीकन टूरिज्म की प्रतिबद्धता के दो दशक से ज्यादा का गवाह है। 2023 हमारे लिये एक और सफल साल रहा और हमने पिछले साल की तुलना में भारत से आने वाले यात्रियों की संख्या में 43% की वृद्धि दर्ज की। यह उपलब्धि हमारे भारतीय व्यापार भागीदारों की लगातार कोशिशों और रेनबो नेशन को भारतीय यात्रियों से मिलने वाले प्यार के बिना संभव नहीं थी; हम सचमुच आभारी हैं.’’
उन्होंने आगे कहा, “यात्रा गतिविधियों की बहाली के बाद हमने भारत के आउटबाउंड टूरिज्म मार्केट को बाकी दुनिया की तुलना में काफी शानदार वापसी करते देखा है। भारत के बाजार में भारी संभावना को देखते हुए, वह 2024 के लिये हमारे टॉप तीन फोकस मार्केट्स में से एक बना हुआ है और रणनीतिक महत्व रखता है। हमें इस गति के जारी रहने की उम्मीद है और हम रेनबो नेशन में ‘ज्यादा से ज्यादा’ भारतीय यात्रियों का स्वागत करना चाहते हैं.’’
मुंबई को भारत की आर्थिक राजधानी के रूप में जाना जाता है और यह भारत में साउथ अफ्रीकन टूरिज्म के लिये सबसे बड़ा सोर्स सिटी बनकर लगातार टॉप पर है। पिछले ट्रेंड्ज़ के मुताबिक, 2023 में मुंबई से इनबाउंड टूरिज्म 37% बढ़ा है और इसने मौज-मस्ती तथा व्यवसाय के लिये यात्राओं में बड़ा योगदान दिया है। उल्लेखनीय है कि मुंबई से हुए आगमन का 46% रेनबो नेशन के प्राकृतिक आकर्षणों की खोज के लिये था।
कुल मिलाकर, दक्षिण अफ्रीका ने पिछले साल भारत के 43% ज्यादा यात्रियों का स्वागत किया। इस गति को और भी तेज करने के अपने मिशन में टूरिज्म बोर्ड सुलभता बढ़ाने की कोशिशें जारी रखेगा। वह बातचीत को प्रोत्साहित करेगा, ताकि दोनों देशों के बीच पर्यटन एवं व्यापार को बढ़ाने के लिये सीधे रास्ते बन सकें.
इस गंतव्य को भारत के असरदार लोगों की नजरों से बढ़ावा देने और उपभोक्ताओं को नये-नये इलाके खोजने के लिये लुभाने के साथ, साउथ अफ्रीकन टूरिज्म अभी लक्षित शहरों में अपना फ्लैगशिप ‘मोर एण्ड मोर’ ब्राण्ड कैम्पेन चला रहा है। टूरिज्म बोर्ड आने वाले महीनों में अपने मशहूर कॉर्पोरेट थिंक टैंक की मेजबानी भी करेगा, ताकि भारतीय कॉर्पोरेट्स से जुड़ सके और व्यवसाय तथा एमआईएसई यात्रा से सम्बंधित उनकी आवश्यकताओं को पूरा कर सके।
अभी भारत से दक्षिण अफ्रीका जाने वालीं कई स्टॉप-ओवर फ्लाइट्स हैं, जैसे कि एमिरेट्स, कतर एयरवेज, एथियोपियन एयरलाइंस, केन्या एयरवेज और एयर सेशेल्स.