दिल्ली
देश के हर नागरिक को मुफ्त वैक्सीन लगाने की जिम्मेदारी केंद्र की, देश के हर गरीब वर्ग को नवम्बर तक मुफ्त राशन : प्रधानमंत्री मोदी
Paliwalwaniनई दिल्ली । कोरोना संकट के बीच सोमवार शाम पांच बजे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने देश को संबोधित किया। पीएम मोदी ने इस दौरान ताजा स्थिति को लेकर चर्चा की। अपने संबोधन में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि कोरोना की दूसरी लहर से देश की लड़ाई जारी है, दुनिया के कई देशों की तरह भारत भी बहुत बड़ी पीड़ा से गुजरा है। पीएम मोदी ने कहा कि कई लोगों ने अपने परिजनों को खोया है, ऐसे सभी परिवारों के साथ मेरी संवेदनाएं हैं।
21 जून सोमवार से भारत सरकार सभी 18 से ऊपर के भारतवासी को केंद्र सरकार द्वारा मुफ्त वैक्सीन लगाई जाएगी
प्रधानमंत्री ने किया देश को सम्बोधित : कोरोना और वैक्सीन को लेकर हो रहे दुरप्रचार पर भी करी चर्चा
वैक्सीन को लेकर बढ़ाया जाये लोगो का हौसला
ऐसी महामारी 100 साल में नहीं आई
पीएम मोदी ने कहा कि ऐसी महामारी 100 साल में नहीं आई, देश ने कई मोर्चों पर एक साथ लड़ाई लड़ी है। पीएम मोदी ने कहा कि पिछले डेढ़ साल में हेल्थकेयर स्ट्रक्चर को बढ़ाया गया। मेडिकल ऑक्सीजन की इतनी कमी कभी नहीं हुई, सेना की तीनों टुकड़ियों को लगाया गया और दुनिया के हर कोने से जो कुछ लाया जा सकता था, वो किया गया।
अगर 2014 की गति से चलते तो टीकाकरण में 40 साल लग जाते
पीएम मोदी ने कहा कि 2014 में वैक्सीनेशन का कवरेज सिर्फ 60 फीसदी था, अगर इसी रफ्तार से बढ़ते तो देश को टीकाकरण में 40 साल लग जाते. हमने वैक्सीनेशन की स्पीड बढ़ाई और दायरा भी बढ़ाया, बच्चों को भी इस अभियान का टीका बनाया. पीएम मोदी ने कहा कि भारत को कोरोना ने घेर लिया था, लेकिन एक ही साल में भारत ने दो वैक्सीन बनाई और अबतक 23 करोड़ वैक्सीन की डोज़ दी जा चुकी हैं.
वैक्सीन सुरक्षा कवच हैं
पीएम मोदी ने कहा कि कोरोना के खिलाफ सबसे कारगर हथियार कोविड के प्रोटोकॉल हैं और वैक्सीन सुरक्षा कवच हैं। पीएम मोदी ने दुनिया के कई देशों में वैक्सीन की मांग ज्यादा है और वैक्सीन बनाने की कंपनी कम हैं। भारत के पास अगर अपनी वैक्सीन ना होती तो हाल कुछ और होता, पिछले 50-60 साल का इतिहास यही कहता है कि हमारे यहां दुनिया में वैक्सीन आने के कई दिनों बाद टीका आता था।
देश में 7 कंपनियां कर रही वैक्सीन का प्रोडक्शन
पीएम मोदी ने कहा कि आने वाले दिनों में वैक्सीन की सप्लाई तेजी से बढ़ने वाली हैं. देश में 7 कंपनियां वैक्सीन का प्रोडक्शन कर रही हैं, तीन वैक्सीन का ट्रायल एडवांस स्टेज में चल रहा है. दूसरे देशों से भी वैक्सीन खरीदने की प्रक्रिया को तेज़ किया गया है. बच्चों को लेकर भी दो वैक्सीन का ट्रायल तेज़ी से चल रहा है. पीएम मोदी ने कहा कि देश में नेज़ल वैक्सीन पर भी रिसर्च की जा रही है, इसे सीरिंज से ना देकर नाक से स्प्रे किया जाएगा.
वैक्सीन बनने के बाद भी दुनिया के कुछ देशों में ही टीकाकरण शुरू हो पाया
पीएम मोदी ने बताया कि वैक्सीन बनने के बाद भी दुनिया के कुछ देशों में ही टीकाकरण शुरू हो पाया, ज्यादातर बड़े देशों में ये हो पाया. WHO ने जो गाइडलाइन्स रखीं, भारत ने उसी के आधार पर काम शुरू किया. पीएम मोदी ने कहा कि केंद्र सरकार ने राज्य सरकारों, सांसदों के साथ बैठक करने के बाद ही अलग-अलग चरण में वैक्सीनेशन शुरू किया गया.
फ्रंटलाइन वर्कर्स को वैक्सीन नहीं लगती तो बहुत बड़ा संकट हो जाता
पीएम मोदी ने कहा कि अगर कोरोना की दूसरी लहर से पहले फ्रंटलाइन वर्कर्स को वैक्सीन नहीं लगती तो बहुत बड़ा संकट हो जाता. पीएम मोदी ने विपक्ष के सवालों का भी जवाब दिया, पीएम मोदी ने कहा कि जब कोरोना के केस कम हुए तो सवाल खड़ा होने लगा कि सबकुछ केंद्र क्यों तय कर रहा है, लॉकडाउन लगाने का हक राज्य सरकार को दिया जाए. पीएम मोदी ने कहा कि राज्य सरकार की मांगों को स्वीकार करते हुए केंद्र ने ये अधिकार उन्हें दे दिए. 16 जनवरी से लेकर अप्रैल तक जो वैक्सीनेशन हुआ, वो केंद्र की निगरानी में हुआ. पीएम मोदी ने कहा कि वैक्सीनेशन में उम्र की सीमा, बुजुर्गों के पहले नंबर को लेकर सवाल खड़े किए गए.
पीएम मोदी ने कहा कि जब राज्यों ने दबाव बनाया तो एक मई से 25 फीसदी काम राज्यों को सौंपा गया, जिसके बाद सभी ने अपने-अपने स्तर पर काम किया. राज्यों को पता चला कि दुनिया में वैक्सीनेशन की क्या स्थिति है, इस बीच कोरोना की दूसरी वेव भी आ गई. वैक्सीन का काम राज्यों पर छोड़ा जाए, जो ये कहते थे उनके भी विचार बदलने लगे.