नई दिल्ली। Chanakya Niti: हमारे संस्कार और मानवता हमें दूसरों की मदद करने और साथ देने की प्रेरणा देती है, कई बार दूसरों की मदद आपके लिए मुसीबत भी बन जाती है। तो चलिए जानते हैं आचार्य चाणक्य के अनुसार क्या कहती है उनकी । इसलिए आचार्य चाण्क्य के अनुसार आपको कुछ लोगों की मदद करने से बचना चाहिए।
यदि आप किसी की मदद करना चाहते हैं तो आपको इसके लिए सोच-समझ लेना चाहिए। वो इसलिए क्योंकि कुछ लोग आपकी उदारता का फायदा उठाते हैं। मदद मांगने के आदि बन जाते हैं। इसलिए आपको ऐसे लोगों की पहचान करना आना चाहिए कि ऐसे कौन से लोग हैं जो आपके मृदुल हृदय का फायदा उठाकर आपको नुकसान पहुंचा सकते हैं। चाणक्य नीति ((Chanakya Niti) के अनुसार ऐसे लोगों की मदद करने से पहले आपको विचार कर लेना चाहिए।
आपको इस बात का ध्यान रखना है कि हर स्थिति में सिद्धांतों का समूह तैयार रखें। ये आपको एक विचार प्रदान करेगा कि आपको मदद करने के पहले किन बातों का ध्यान रखना है। ये आपके जीवन में एक जरूरी सोच और जानकारी देने में मदद करेगा।
आचार्य चाणक्य (Acharya Chanakya) के अनुसार ऐसे लोग जो स्वार्थी होते हैं। केवल अपना मतलब साधने के लिए आपसे संपर्क करते हैं ऐसे लोगों की मदद करने से बचना चाहिए। ये लोग मतलब साधने के बाद आपको कभी भी धोखा दे सकते हैं। इसलिए ऐसे लोगों का साथ देने से आपको बचना होगा। साथ ही जब आपको उनकी जरूरत होगी तो वे आपका साथ नहीं देंगे।
किसी भी व्यक्ति की मदद करने से पहले उस व्यक्ति के चरित्र, इरादों और उसके कामों के बारे में जान लें। ऐसे व्यक्ति का साथ या मदद करना आपको भारी मुसीबत में डाल सकता है। इसलिए विचार कर परिस्थितियों के आधार पर ही लोगों की मदद के लिए तैयार रहें।
मदद करने को लेकर आचार्य चाणक्य (Acharya Chanakya) ने जो नियम बताए हैं उसके अनुसार दूसरों की भलाई करते समय इस बात का ध्यान रखें कि उसमें आपका नुकसान न हो। इसके अलावा कभी भी अपने सिद्धातों को दांव पर लगाकर काम नहीं करना चाहिए। इससे आपका ही नुकसान हो सकता है।