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व्यंग्य जावरा की विशिष्ट पहचान : मध्यप्रदेश व्यंग की उर्वरा भूमि है व्यंग्यकार डॉ. पंकज साहा के विचार

रतलाम/जावरा Published by: जगदीश राठौर Updated Mon, 04 Oct 2021 10:46 PM
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रतलाम. मध्य प्रदेश व्यंग्य की उर्वरा भूमि है, इस राज्य ने व्यंग्य को ऊंचाइयां प्रदान की हैं. हरिशंकर परसाई, शरद जोशी एवं दिनकर सोनवलकर के साथ ही रमेश मनोहरा ने व्यंग्य रचनाओं को विशिष्ट स्थान प्रदान किया है. प्रसन्नता की बात है कि रमेश मनोहरा और स्वर्गीय दिनकर सोनवलकर का संबंध जावरा से हैं. इसलिए व्यंग्य जावरा की विशिष्ट पहचान बन गई है. उक्त विचार खड़कपुर (पश्चिम बंगाल ) कॉलेज के हिंदी के विभागाध्यक्ष एवं व्यंग्यकार डॉ. पंकज साहा ने जावरा में समग्र मालवा द्वारा आयोजित पुस्तक विमोचन में समारोह में व्यक्त किए. डॉ. साहा ने कहा कि व्यंग लिखना कठिन नहीं परंतु आसान भी नहीं है. व्यंग्य की आत्मा करुणा है, करुणा में भी व्यंग्य उभरता है, व्यंग्य प्रतिपक्ष की भूमिका भी निभाता है. डॉ साहा ने कहां की हिंदी साहित्य भक्तिकाल से शुरू हुआ. कबीर ने भी व्यंग्य को अपनी रचनाओं में व्यक्त किया. डॉ. साहा ने कहां की जावरा का आकर मुझे जो आत्मियता मिली है वह अनुकरणीय है. इस अवसर पर आपने अपनी व्यंग्य रचनाओं का भी पाठ किया. साथ ही डॉ. साहा की “’समीक्षा संस्मरण एवं यात्रा,“ हिंदी समीक्षा का प्रताप“ ’’पुस्तकों का विमोचन किया गया. इस अवसर पर रमेश मनोहरा के व्यंग्य संकलन “क्रास पर लटका प्रजातंत्र“ का भी विमोचन हुआ.

श्रीराम विद्या मंदिर में समग्र मालवा एवं अटल ग्राम विकास सामाजिक संगठन द्वारा आयोजित साहित्य समागम का शुभारंभ मां सरस्वती के चित्र पर माल्यार्पण, दीप प्रज्वलित एवं सरस्वती वंदना के साथ हुआ. कार्यक्रम में डॉ पंकज साहा का संस्था द्वारा शाल, श्रीफल एवं स्मृति चिन्ह प्रदान कर सम्मान किया गया. इस अवसर पर डॉ साहा ने अपनी पत्रिका मुक्ताचल की प्रति संस्था प्रमुख अभय कोठारी को भेंट की. 

कार्यक्रम की अध्यक्षता मध्य प्रदेश सचिव संघ अध्यक्ष बालमुकंद पाटीदार ने की. विशेष अतिथि विनोद चौरसिया थे. अतिथियों का स्वागत संस्था अध्यक्ष अभय कोठारी, जगदीश उपमन्यु ,कार्यक्रम समन्वयक रमेश मनोहरा, कार्यक्रम संयोजक रतनलाल उपाध्याय, रफीक भाई(मुन्ना पेंटर), सत्यनारायण पांचाल,महेश शर्मा ने किया. कार्यक्रम में प्रतिषृठित कवि राजेंद्र श्रोत्रिय, आरिफ अली कुरेशी, फजल हयात, विजय जैन, रतनलाल उपाध्याय एवं श्री रमेश मनोहरा एवं संजय श्रीवास्तव ने अपनी रचनाओं का पाठ किया. कार्यक्रम के अध्यक्ष श्री बालमुकुंद पाटीदार ने कहा की कार्यक्रम में अपनी उपस्थिति प्रदान करते हुए मुझे गर्व का अनुभव हो रहा है, साहित्यिक आयोजनों में सर्जन से साक्षात्कार होता है. अटल ग्राम ने साहित्यिक गतिविधियों में नगर को अग्रणी बना दिया है. विशेष अतिथि श्री विनोद चौरसिया ने कहा कि अटल ग्राम विकास सामाजिक संगठन विभिन्न क्षेत्रों में अपनी सक्रियता प्रदान कर नगर में रचनात्मक गतिविधियों में एक नई ऊंचाइयां प्रदान कर रहा है. कार्यक्रम में स्वागत भाषण श्री जगदीश उपमन्यु ने एवं संस्था प्रमुख अभय कोठारी ने संस्था की गतिविधियों पर प्रकाश डाला. कार्यक्रम का संचालन श्री रमेश मनोहरा एवं आभार प्रदर्शन कार्यक्रम संयोजक श्री रतनलाल उपाध्याय ने किया.

● पालीवाल वाणी मीडिया नेटवर्क : जगदीश राठौर...✍️

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