एप डाउनलोड करें

बाल कल्याण समिति की पहल पर कैलाश सत्यार्थी चिल्ड्रन फाउंडेशन से जुड़ा राजसमंद : जिला पुलिस अधीक्षक ने किया पोस्टर विमोचन

राजसमन्द Published by: paliwalwani.com Updated Tue, 03 Aug 2021 09:38 PM
विज्ञापन
Follow Us
विज्ञापन

वॉट्सऐप चैनल फॉलो करें

राजसमंद. राजसमंद जिले में बनेगा चाइल्ड़ फ्रेन्डली पुलिस थाना बाल तस्करी, बाल मजदूरी की रोकथाम को लेकर कैलाश सत्यार्थी चिल्ड्रन फांउन्डेशन व श्री आसरा विकास संस्थान के द्वारा राजसमंद जिले के 05 चयनित ब्लाक में कार्य विशेष कार्य योजना के तहत बालको के हित में होगा कार्य. राजसमंद जिले में बाल तस्करी व बाल श्रम की रोकथाम को लेकर कैलाश सत्यार्थी चिल्ड्रन फांउन्डेशन के साथ आसरा विकास संस्थान मिलकर कार्य करेगी और यह कार्य प्रारंभ में जिले के 05 चयनित ब्लॉक नाथद्वारा, राजसंमद, रेलमगरा, खमनौर, कुंभलगढ़ के 100 गांवो सें शुरू किया जा रहा हैं. श्री आसरा विकास संस्थान के निदेशक भोजराज सिंह पदमपुरा ने पालीवाल वाणी को बताया की श्री इस कार्यक्रम के तहत् जिले में एक पुलिस थाने को बाल मित्र पुलिस थाना बनाया जावेगा. जिसके संदर्भ में संस्थान द्वारा कार्यक्रम परिचय को लेकर आयोजन मंगलवार को किया गया. जिसमें जिले के जिला पुलिस अधीक्षक सुधीर चौधरी व अति.पुलिस अधीक्षक राजेश गुप्ता, बाल कल्याण समिति राजसमंद के अध्यक्ष कोमल पालीवाल, सदस्य बहादूर सिंह चारण, रेखा गुर्जर, सीमा ड़ागलीया, हरजेन्द्र सिंह चौधरी आदि ने उपस्थित थे.   

● बाल संरक्षण को लेकर एक बैठक आयोजित करेगे : कार्यक्रम के दौरान जिला पुलिस अधीक्षक राजसमंद जिले में बाल संरक्षण की मजबूती और पुलिस द्वारा उसको लेकर भरपूर सहयोग का आश्वासन देते हुए कहा की वे आगामी दिनो में बाल संरक्षण को लेकर एक बैठक आयोजित करेगे. जिसमे बाल संरक्षण सें जुड़े जिले के हितधारकों के साथ बेहतर समंवयन को लेकर चर्चा की जावेगी. अध्यक्ष कोमल पालीवाल ने बाल तस्करी व बाल मजदूरी की रोकथाम और बेहतर निगरानी के लिए चलने वाली कैलाश सत्यार्थी चिल्ड्रन फांउन्डेशन व श्री आसरा विकास संस्थान की उक्त परियोजना की सरहना करते हुए इसे बच्चों के लिए एक बेहतरीन प्रयास बताया और कहा की बाल कल्याण समिति जिले मे बच्चों की सुरक्षा व सहयोग के लिए सदैव कटिबद्ध हैं. आगामी दिवस में इस कार्यक्रम के तहत गांव ढाणी में सर्वे कर बालको के बाल श्रम से मुक्त करा शिक्षा व कौशल विकास से जोड़ने की दिशा में कार्य किया जाएगा.

बाल तस्करी की रोकथाम को लेकर प्रभावी मानिरटींग : आसरा संस्थान की और सें उक्त परियोजना समन्वयक सखाराम मेघवाल ने परियोजना के लक्ष्य और कार्य सें जुड़ी जानकारी को सभी के साथ साझा किया. फाउंडेशन व संस्थान के द्वारा चयनित 100 गांवो में की जाने वाली गतिविधी के तहत् मजदूरी करने हेतू गांव सें रोजगार की तलाश में बड़े शहरों में जाने वाले परिवार का चिन्हीकरण किया जायेगा साथ ही बाल तस्करी की रोकथाम को लेकर प्रभावी मानिरटींग की जावेगी. इसके अतिरिक्त, पुलिस बाल कल्याण अधिकारीयों का प्रशिक्षण भी आयोजित किया जावेगा. ताकि जिले में पुलिस का बाल संरक्षण में अत्याधिक समंवयन स्थपित हो सके व बाल मित्र पुलिस थाने की स्थापना को लेकर चर्चा की गई. कार्यक्रम के दौरान संस्थान के शब्बीर हुसैन, सरोज उपाघ्याय आदि उपस्थित रहे.

ये खबर भी पढ़े : कोरोना की दूसरी लहर अभी खत्म नहीं हुई : चार राज्यों के 18 जिलों में बढ़ रहे कोरोना के मामले : स्वास्थ्य मंत्रालय

और पढ़ें...
विज्ञापन
Next