जम्मू और कश्मीर. आतंकी फंडिंग मामले में जेल में बंद जम्मू-कश्मीर लिबरेशन फ्रंट (JKLF) के चीफ यासीन मलिक (Yasin Malik ) की पत्नी मुशाल हुसैन मलिक ने राहुल गांधी (Rahul Gandhi) को पत्र लिख कर मदद मांगी है। उन्होंने बुधवार को विपक्ष के नेता राहुल से अपने पति के लिए संसद में बहस शुरू करने की गुजारिश की। उन्होंने दावा किया कि मलिक जम्मू और कश्मीर (Jammu & Kashmir) में शांति ला सकते हैं।
मुशाल हुसैन मलिक ने कहा, “यासीन, 2 नवंबर से जेल में अमानवीय व्यवहार के विरोध में अनिश्चितकालीन भूख हड़ताल पर हैं। यह भूख हड़ताल उनके हेल्थ पर बुरा असर डालेगी और एक ऐसे व्यक्ति की जिंदगी को खतरे में डालेगी, जिसने सशस्त्र संघर्ष को त्यागकर अहिंसा की अवधारणा में यकीन करने का रास्ता चुना।
बता दें कि मानवाधिकार और महिला सशक्तिकरण पर पाकिस्तान के प्रधानमंत्री की पूर्व सहायक मुशाल हुसैन ने यासीन मलिक के खिलाफ “तीन दशक पुराने देशद्रोह के मामले” का जिक्र करके एक नई चर्चा शुरू कर दी है। यासीन मलिक के खिलाफ राष्ट्रीय जांच एजेंसी (NIA) ने मौत की सजा की मांग की है।
पाकिस्तानी पत्रकार ने सोशल मीडिया पर पोस्ट करते हुए लिखा, “मुशाल मलिक ने राहुल गांधी से अपने पति यासीन मलिक को बचाने की अपील की है, जो तेजी से बिगड़ते स्वास्थ्य के बीच तिहाड़ जेल में अनिश्चितकालीन भूख हड़ताल पर हैं। उन्होंने ICU में ट्रांसफर करने की गुजारिश की है और न्यायिक उपेक्षा की चेतावनी दी, क्योंकि एनआईए 30 साल पुराने देशद्रोह के मामले में मौत की सजा की मांग कर रही है।
2022 में हुई थी उम्रकैद की सजा : यासीन मलिक खुद दिल्ली हाई कोर्ट में NIA द्वारा दायर अपील पर बहस कर रहे हैं, जिसमें आतंकी फंडिंग मामले में उनके लिए मौत की सजा की मांग की गई है. एनआईए ने 2017 के आतंकी फंडिंग मामले में मलिक सहित कई व्यक्तियों के खिलाफ आरोप दायर किए, जिन्हें उनके खिलाफ आरोपों में दोषी ठहराए जाने के बाद 2022 में एक ट्रायल कोर्ट द्वारा आजीवन कारावास की सजा सुनाई गई थी।