तोक्यो ओलिंपिक में भारत और पाकिस्तान के बीच मेडल के लिए जंग दिखनी तय है। 7 अगस्त को जैवलीन थ्रो के फाइनल में भारत के नीरज चोपड़ा ने जगह बनाई साथ ही पाकिस्तान के अरशद नदीम भी टॉप 12 में रहे हैं। कमाल की बात यह है कि दोनों थ्रोअर ने अपने-अपने ग्रुप में टॉप पर रहते हुए फाइनल के लिए क्वॉलिफाइ किया। भारत के स्टार ऐथलीट नीरज चोपड़ा ने बुधवार सुबह देश को खुशखबरी दी। उन्होंने अपने पहले ही प्रयास में जैवलीन थ्रो के फाइनल में जगह बना ली। उन्होंने 86.65 मीटर का भाला फेंककर 7 अगस्त को होने वाले फाइनल में जगह बनाई।
जर्मनी के जोनांस वैटर ने 85.64 मीटर का भाला फेंका। वहीं पूल बी से भारत के शिवपाल क्वॉलिफाइ नहीं कर पाए। वहां से पाकिस्तान के नदीम अरशद ने पूल बी से ऑटोमैटिक क्वॉलिफाइ किया। वहीं गोल्ड मेडल के फेवरिट माने जाने वाले जोहान्स वैटर, जिन्होंने 2021 में सात बार 90 प्लस थ्रोकिया है ने अपने तीसरे प्रयास में 85.64 मीटर के थ्रो के साथ पूल ए में दूसरे स्थान पर रहे।
हालांकि त्रिनिदाद ऐंड टैबैगो के केशॉर्न वॉलकॉट जिन्होंने लंदन ओलिंपिक में गोल्ड मेडल और रियो ओलिंपिक में ब्रॉन्ज मेडल हासिल किया था अंतिम 12 में जगह नहीं बना पाए।एशियन गेम्स के ब्रॉन्ज मेडलिस्ट, नदीम अरशद ने 85.16 मीटर भाला फेंककर टॉप 12 में जगह बनाई। वह ग्रुप बी में टॉप पर रहे। वह ऑटोमैटिक क्वॉलिफिकेशन करने वाले छह थ्रोअर में से रहे।
अरशद पहले क्रिकेट खेला करते थे लेकिन उन्होंने नीरज से प्रेरणा लेकर जैवलीन को अपनाया। उन्होंने 2018 में कहा भी था कि वह भारतीय सुपरस्टार से प्रेरणा लेते हैं। उस इवेंट में नीरज ने गोल्ड मेडल जीता था।