देशभर में करीब 15 करोड़ राशनकार्ड धारक हैं. अगर आप भी इन 15 करोड़ लोगों में से एक हैं तो यह राशन कार्ड धारकों (Ration Card Holder) से जुड़ी यह खबर आपको जरूर पढ़नी चाहिए. सरकार की तरफ से कोविड-19 महामारी के दौरान साल 2020 में गरीबों के लिए फ्री राशन योजना शुरू हुई थी. केंद्र की यह योजना सितंबर में पूरी हो रही है. हालांकि कुछ मीडिया रिपोर्ट में दावा किया जा रहा है कि सरकार इसे आगे बढ़ाने पर विचार कर रही है.
पिछले दिनों सरकार को यह भी जानकारी मिली थी कि अपात्र भी 'मुफ्त राशन योजना' का लाभ ले रहे हैं. ऐसे में सरकार समय-समय पर राशन कार्ड धारकों से जुड़े नियमों को बदलती रहती है. पिछले दिनों मीडिया रिपोर्ट में यह भी आया था कि सरकार अपात्रों से राशन कार्ड सरेंडर करने की अपील कर रही है. इन खबरों में यह भी कहा गया था कि जो लोग राशन कार्ड सरेंडर नहीं करेंगे, उनके खिलाफ कानूनी कार्रवाई की जाएगी. इन खबरों पर यूपी सरकार ने स्थिति साफ करते हुए बताया कि ऐसा कोई भी आदेश जारी नहीं किया गया है.
हालांकि यह जरूरी है कि राशन कार्ड से जुड़े नियमों के बारे में हर कार्ड धारक को जानकारी हो. यदि आपने गलत तरीके से राशन कार्ड जारी करवाया है और उस पर सरकारी राशन योजना फायदा ले रहे हैं तो आपके खिलाफ शिकायत पर कार्रवाई हो सकती है. जांच में शिकायत सही पाई गई तो आपके खिलाफ कार्रवाई हो सकती है. आइए जानते हैं राशन कार्ड से जुड़े नियम.
यदि राशन कार्ड धारक के पास स्वंय की कमाई से लिया गया 100 वर्ग मीटर का प्लाट / फ्लैट या मकान, फोर व्हीलर / ट्रैक्टर, शस्त्र लाइसेंस, ग्रामीण इलाके में दो लाख और शहर में 3 लाख सालाना से ज्यादा की पारिवारिक आय है तो ऐसे लोग सरकार की सस्ते राशन योजना का फायदा उठाने के लिए उपयुक्त नहीं हैं.