कैप्टन अमरिंदर सिंह के इस्तीफे के बाद पंजाब का नया CM कौन होगा? इसको लेकर कांग्रेस का मंथन जारी है और 3 बजे तक इस पर सस्पेंस खत्म हो सकता है। इसे लेकर राहुल गांधी के घर मीटिंग चल रही है, जिसमें अंबिका सोनी भी मौजूद हैं। दरअसल अंबिका सोनी का नाम भी CM पद की प्रमुख दावेदार के तौर पर सामने आया था, लेकिन उन्होंने खुद ही ऑफर ठुकरा दिया। साथ ही सलाह दी कि पंजाब में CM का चेहरा कोई सिख ही होना चाहिए, नहीं तो पंजाब में कांग्रेस बिखर सकती है।
इस बीच नवजोत सिद्धू ने भी मुख्यमंत्री पद की दावेदारी ठोक दी है। हालांकि वे पहले से ही रेस में माने जा रहे थे, लेकिन अब उनका दावा और मजबूत होता दिख रहा है। दूसरी तरफ पंजाब कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष सुनील जाखड़ और अमरिंदर सिंह कैबिनेट में मंत्री रहे सुखजिंदर रंधावा भी रेस में शामिल हैं। हालांकि रंधावा ने कहा है कि वे आम कार्यकर्ता हैं और CM या डिप्टी CM नहीं बनना चाहते।
ये भी पढ़े : इनकम टैक्स रिटर्न भरने के लिए सही ITR फॉर्म चुनना जरूरी, नहीं तो आ सकता है नोटिस
मौजूदा हालात को देखते हुए कांग्रेस के ऑब्जर्वर अजय माकन, हरीश चौधरी और पंजाब कांग्रेस के प्रभारी हरीश रावत नए सिरे से विधायकों का फीडबैक ले रहे हैं। उनसे पूछा जा रहा है कि वे किसे मुख्यमंत्री देखना चाहते हैं? इसी बीच कांग्रेस विधायक परमिंदर पिंकी ने कहा कि पंजाब सिख स्टेट है, इसलिए यहां किसी सिख चेहरे को ही CM बनाया जाना चाहिए। इस पूरे घटनाक्रम के बाद अब सुखजिंदर सिंह रंधावा के घर विधायक जुटने शुरू हो गए हैं, यानि उनकी दावेदारी मजबूत होती दिख रही है।
मुख्यमंत्री पद के लिए सिख और हिंदू चेहरे के चक्कर में फंसी कांग्रेस में अब दो डिप्टी CM बनाने के फॉर्मूले पर भी विचार हो रहा है। अगर किसी हिंदू चेहरे को CM बनाया जाता है तो फिर एक जट सिख और एक दलित को डिप्टी CM बनाया जा सकता है। अगर सिख को CM बनाया जाता है तो फिर एक हिंदू और एक दलित नेता को डिप्टी CM बनाया जा सकता है। इस फॉर्मूले के जरिए कांग्रेस विरोधियों और खासकर अकाली दल के एक हिंदू और एक दलित को डिप्टी CM बनाने के चुनावी वादे का भी तोड़ निकाल सकती है।
अगर सुनील जाखड़ को मुख्यमंत्री बनाया जाता है तो 55 साल बाद पंजाब को पहला हिंदू CM मिलेगा। वहीं पंजाब कांग्रेस के महासचिव और सिद्धू के करीबी विधायक परगट सिंह ने कहा कि विधायक दल ने नया नेता को चुनने का अधिकार सोनिया गांधी को दे दिया है, अब फैसला वहीं से होगा।
कैप्टन अमरिंदर सिंह के इस्तीफे के बाद पंजाब के नए मुख्यमंत्री पर फैसला शनिवार रात को ही विधायक दल की बैठक में होना था और कांग्रेस के पूर्व प्रधान सुनील जाखड़ का CM बनना लगभग तय माना जा रहा था। इसी बीच अचानक पंजाब के सिख स्टेट होने की वजह से सिख चेहरे की मांग शुरू हो गई और कांग्रेस हिंदू और सिख चेहरे के चक्कर में उलझ गई। कांग्रेस हाईकमान सुनील जाखड़ को मुख्यमंत्री बनाने के पक्ष में हैं। यह मैसेज मिलने के बाद जाखड़ ने राहुल गांधी की तारीफ करते हुए ट्वीट भी किया है। हालांकि विधायक दल की बैठक के बाद सिख चेहरे के रूप में सुखजिंदर रंधावा और नवजोत सिद्धू का नाम सामने आने पर ज्यादातर विधायकों ने सिद्धू का समर्थन किया था।